मुंबई धमाके , हिंद । पाक मुज़ाकरात को दिरहम ब्रहम करने की साज़िश

दोनों मुल्कों में बाअज़ ऐसी ताक़तें हैं जो बर्र-ए-सग़ीर में अमन नहीं चाहतीं, डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह का ब्यान
श्रीनगर 17 जुलाई (पी टी आई) मर्कज़ी वज़ीर डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा है कि चहारशंबा को मुंबई में हुए सिलसिला वार बम धमाकों में एन्टुली जिन्स की कोई नाकामी नहीं है। बल्कि साज़िशियों का मक़सद हिंदूस्तान और पाकिस्तान के दरमयान मुज़ाकरात के अमल को दिरहम ब्रहम करना है। डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने आज यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि इस मुल्क में और पाकिस्तान में ऐसी ताक़तें हैं जो बर्र-ए-सग़ीर में क़ियाम अमन नहीं चाहते। वो हमेशा ये चाहते रहे हैं कि एक ऐसी सूरत-ए-हाल पैदा की जाय जिस में अमन हमेशा दूर से दूर तर होता चला जाय। एक सवाल पर डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने जवाब दिया कि वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम भी पहले हैं ये वाज़िह करचुके हैं कि 19 अफ़राद को हलाक और 140 अफ़राद को ज़ख़मी करने वाले मुंबई धमाकों के लिए एन्टुली जिन्स की नाकामी ज़िम्मेदार नहीं है। उन्हों ने कहा कि उन्हों ने कहाकि 26/11 2008 -ए-में हुए बम धमाके और हालिया मुंबई धमाके दोनों ही नई दिल्ली और ईस्लामाबाद के दरमयान मुज़ाकरात के आग़ाज़ से क़बल हुए थे। डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने जो जम्मू-ओ-कश्मीर नैशनल कान्फ़्रैंस के सदर भी हैं कहा कि हालिया मुंबई धमाके एक ऐसे वक़्त हुए जब पाकिस्तानी वज़ीर-ए-ख़ारजा (हिना रब्बानी) मुज़ाकरात के लिए यहां पहुंचे रही हैं। उन्हों ने कहा कि मैं दा-ए-और तवक़्क़ो करता हूँ कि दोनों ममालिक आगे की सिम्त पेशरफ़त करेंगे। मर्कज़ी वज़ीर जदीद-ओ-क़ाबिल तजदीद तवानाई फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि वो इस बात पर ख़ुदा के शुक्र गुज़ार हैं कि दोनों ममालिक की क़ियादतों में बेहतर सूझ बूझ है और दोनों ही मुज़ाकरात के अमल को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्हों ने कहा कि मुज़ाकरात के ज़रीया मसाइल का हल तलाश करने की कोशिशों में ये दोनों मुल्कों के इख़लास का इमतिहान है। मलिक के दीगर हिस्सों में ऐसे ही हमलों के अंदेशों से मुताल्लिक़ एन्टुली जिन्स मालूमात के असरात के बारे में एक सवाल पर डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने जवाब दिया कि हिंदूस्तान और पाकिस्तान, दोनों ही की ये ज़िम्मेदारी है कि वो दहश्तगर्द सरगर्मीयों पर क़ाबू पाउं। उन्हों ने कहा कि मैं अपने हमसाया मलिक (पाकिस्तान) से ये चाहता हूँ कि वो अपनी सरज़मीन को दहश्तगर्द सरगर्मीयों के लिए इस्तिमाल करने की इजाज़त ना दे। डाक्टर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि बिशमोल कश्मीर दीगर तमाम मसाइल की हिंद। पाक मुज़ाकरात के ज़रीया यकसूई ना सिर्फ दोनों ममालिक बल्कि सारे बर्र-ए-सग़ीर की तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली की ज़ामिन होगी। उन्हों ने कहा कि दोनों मुल्कों के अवाम अमन के ख़ाहां हैं।
मुंबई धमकों केलिए हुकूमत महाराष्ट्रा की लापरवाही ज़िम्मेदार: गुरूदास कामत
मुंबई 17 जुलाई (पी टी आई) कांग्रेस के नाराज़ लीडर गुरूदास कामत ने जो वज़ारती फ़लमदान पर नाख़ुशी का इज़हार करते हुए हाल ही में मर्कज़ी मजलिस वुज़रा से मुस्ताफ़ी होगए थे। 13/7 सिलसिला वार बम धमाकों केलिए हुकूमत महाराष्ट्रा को मौरिद इल्ज़ाम टहराया है। मिस्टर कामत ने मर्कज़ी काबीना से मुस्ताफ़ी होने के बाद आज पहली मर्तबा अपने हल्क़ा-ए-इंतख़ाब शुमाल मग़रिबी मुंबई का दौरा किया जहां उन्हों ने रियास्ती हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि इस ने 26/11 दहश्तगर्द हमले के बावजूद हनूज़ को सबक़ नहीं सीखा है। उन्हों ने कहा कि अगर मुंबई के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर पाँच हज़ार सी सी टी वी कैमरे नसब किए जाते तो गुज़श्ता हफ़्ता ज़ावेरी बाज़ार, ओपेरा हाइज़ और दादर में ये सिलसिला वार बम धमाके ना होते। उन्हों ने कहा कि हुकूमत को चाहीए 26/11 दहश्तगर्द हमलों के बाद वो सीकोरीटी सूरत-ए-हाल को बेहतर बनाने केलिए सख़्त इक़दामात करती। लेकिन हुकूमत ने कोई सबक़ नहीं सीखा। एहतियाती तदाबीर को नजरअंदाज़ करदिया गया।