मुत्तहेदा रियासत पर ही हमा जिहत(चौ तरफा) तरक़्क़ी

सीनीयर कांग्रेस क़ाइद-ओ-साबिक़ वज़ीर रुकन असेंबली मिस्टर जी वेंकट रेड्डी ने पुरज़ोर अलफ़ाज़ में कहाकि रियासत उसी वक़्त हमा जिहत(चो तरफा) तरक़्क़ी कर सकती है जब रियासत मुत्तहिद हो और कहा कि मौजूदा हालात में रियासत की तक़सीम के बजाय मुत्तहदा रियासत की ही शदीद ज़रूरत है।

आज यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए मिस्टर जी वेंकट रेड्डी ने कहाकि इलाक़ा राइलसीमा के क़ाइदीन भी मुत्तहदा रियासत आंधरा प्रदेश के ही हामी हैं लेकिन बाअज़ क़ाइदीन इलाक़ा राइलसीमा की जानिब से अलैहदा रियासत राइलसीमा का मुतालिबा करते हुए अपनी जद्द-ओ-जहद में मसरूफ़ हैं।

अगर रियासत की तक़सीम-ए-अमल में आती है तो रियासत का इत्तिहाद, भाई चारा और अमन-ओ-यकजहती और फ़िर्का वाराना हम आहंगी पर इस के मनफ़ी(निगेटिव) असरात मुरत्तिब होंगे।

मिस्टर जी वेंकट रेड्डी ने रियासत के अवाम का तज़किरा करते हुए कहाकि अवाम रियासत की तक़सीम के हक़ में हरगिज़ नहीं हैं बल्कि सिर्फ और सिर्फ सयासी क़ाइदीन अपने सयासी मफ़ादात मक़ासिद के हुसूल के लिए ही रियासत की तक़सीम के लिए कोशां हैं।