मुसलमानों को शरई क़वानीन के हामिल ममालिक भेज दिया जाये:आदित्यनाथ

बलिया 18 अप्रैल: बीजेपी के मुतनाज़ा रुकने पार्लियामेंट योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुसलमानों को इन ममालिक में भेज दिया जाना चाहीए जहां शरई क़ानून नाफ़िज़ है।

उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान को इस निज़ाम के मुताबिक़ नहीं चलाया जा सकता। उनका ये तबसरा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के इस बयान के पस-ए-मंज़र में सामने आया कि अदलिया के ज़रीये शरई क़ानून में मुदाख़िलत की कोशिश की जा रही है। आदित्यनाथ ने कहा कि मुसलमानों को एसे ममालिक में भेज दिया जाना चाहीए जहां शरई क़वानीन नाफ़िज़ हूँ। ये मुल़्क दस्तूर और यहां के क़ानूनी निज़ाम के मुताबिक़ चलाया जाएगा।

मुल्क को शरई क़ानून के मुताबिक़ नहीं चलाया जा सकता। गोरखपोर के रुकने पार्लियामेंट ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों को ये बात बताई। पर्सनल ला बोर्ड ने कहा था कि अदालतों के ज़रीये शरई क़वानीन में मुदाख़िलत की कोशिश की जा रही है और मर्कज़ से इस मुआमले में साबिक़ा मौकुफ़ बरक़रार रखने की अपील की गई थी। रुकन बोर्ड ज़फ़र जीलानी ने कहा था कि अदालतें मुस्लिम पर्सनल ला (शरई) इतलाक़ क़ानून में मुदाख़िलत कर रही हैं।