मुसलमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण का मुख्यमंत्री का वादा, अमल करना भी केसीआर का काम

हैदराबाद 17 जनवरी: कोई भी सियासी जमात मुसलमानों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए गंभीरता के साथ काम नहीं करती ‘मुसलमानों को वरग़लाना और वोट पाने राजनीतिक नेताओं की पुरानी आदत है’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री तेलंगाना केसीआर और सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों ने जनता का विश्वास हासिल करने के लिए जनता से ही झूठ बोलते हैं।

तेलंगाना में मुसलमानों के हालात वाक़फ़ीयत हासिल करने के लिए किसी कमेटी या कमीशन की ज़रूरत ही नहीं है। चार लाख से अधिक मुसलमानों विदेशों में छोटे मोटे काम करने के लिए मजबूर हैं अगर उन्हें राज्य में मौक़ा फ़राहम किया जाता तो कया वह विदेशी मुल्क जाकर ख़िदमात अंजाम देते। मुसलमान अपने परिवार से दूर हो कर भी राज्य की इकॉनमी को मजबूत कर रहे हैं और सरकार मुसलमानों के जज़्बात के साथ खेल रही है।

मदीना एजुकेशन सेंटर में तेलंगाना जवाइंट ऐक्शण कमेटी को संबोधित करते हुए ज़हीरुद्दीन अली खान ने यह बात कही.स्वाराज अभियान के सदर योगेंद्र यादव के अलावा चेयरमैन तेलंगाना ज्वाइंट एक्शन कमेटी प्रोफेसर कोदंदराम सदर ‘जमात-ए-इस्लामी हिंद तेलंगाना और उड़ीसा मौलाना हामिद मुहम्मद खान’ सदर मोमेंट फॉर पीस एंड जस्टिस ख्वाजा मोइनुद्दीन प्रोफेसर मुहम्मद गौस उस्मानिया विश्वविदयालय सदर नेशनल कन्वेनर स्वाराज अभियान आदिल मुहम्मद ‘के अलावा अन्य ने हिस्सा लिया।

अपने सिलसिले ख़िताब को जारी रखते हुए जहीरुद्दीन अली खान ने कहा कि जब कभी मुस्लिम आरक्षण की बात होती है और इस मसले को उजागर करने की कोशिश की जाती है तो हुकमरान तबक़ा अन्य पसमांदा तबक़ात को मुसलमानों के साथ खड़ा कर देता है। उन्होंने कहा कि एस सी एस टी के खिलाफ एसटी को बीसी के खिलाफ खड़ा करते हुए हुकमरान तबक़े अपने राजनीतिक मुफ़ादात की तकमील कर लेते है।

उन्होंने कहा कि राजनीति में इक़्तेदार थोडी देर का रहता है अगर कोई सोंच रहा है कि मेरे बाद मेरा बेटा और फिर उसके बाद मेरा पवित्र मुख्यमंत्री बनेगा तो या एक गुमान है क्योंकि अवामी इन्क़िलाब के सामने सभी गुमान और उम्मीदों नाकाम होजाते हैं।