मुसलमानों पर प्रतिबंध नहीं: ट्रम्प

वाशिंगटन:हैरत वाली बात ये है कि जहां सदर साहब के बिज़नस वहां नरमी है ऐसे कई मुस्लिम देश हैं जहां ट्रम्प का कारोबार फैला है और जहां उन देशों को कभी न कभी आतंकवाद का सामना करना पड़ा है, इन सभी देशों के नाम ट्रम्प की इस सूची में शामिल नहीं हैं जबकि ईरान, इराक सीरिया, सोमालिया, सूडान और लीबिया ऐसे देश हैं जहां कारोबारी तौर से ट्रम्प को कुछ लेना देना नहीं है।

वाशिंगटन पोस्ट में छपी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। यहां इस बात का तज़किरा भी दिलचस्पी से खाली नहीं होगा कि वाइट हाउस ने शक्तिशाली और अमीर मुस्लिम देशों के नागरिकों को अमेरिका न आने का आदेश जारी न करते हुए उन की नाराजगी मोल लेने का खतरा नहीं लीया है जैसे उन्हें बार बार इस सवाल का सामना करना पड़ रहा है कि उन्होंने नियमों की तशकील अपने ज़ाती फायदे को ध्यान में रखकर की है? ट्रम्प ने सुबूत पेश किया है कि दुनिया में 40 से अधिक देश ऐसे हैं जहां मुसलमानों की मेजोरिटी है और उनके हकमनामह का इन देशों पर लागू नहीं हुआ है तो फिर कैसे कहा जा सकता है कि वह मुस्लिम विरोधी हैं।

उनकी बात समझने में लोग शायद देर से काम ले रहे हैं, जबकि बात बहुत सीधी और साफ है कि ऐसे मुस्लिम देशों में आतंकवादियों की शरण स्थल हैं और जिनके बारे में यह शुबा है कि वे अमेरिका में दाख़िल होजाएंगे, सिर्फ उन अनासिर की रोक-थाम हमारी अव्वलीन तर्जीह है।