मोदी मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म हैं कोई ख़ास तबके के नहीं:नजमा हेपतुल्लाह

नई दिल्ली 13 अप्रैल: मर्कज़ी वज़ीर नजमा हेपतुल्लाह ने इन इल्ज़ामात को मुस्तर्द कर दिया कि वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी मुसलमानों के सिर्फ एक मख़सूस तबक़ा की ही हिमायत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म हर शख़्स को बराबर नज़र से देखते हैं क्युं कि वो सारे मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म हैं किसी तबक़ा के मख़सूस फ़िर्क़ा तक महदूद नहीं है।

नजमा हेपतुल्लाह ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म के लिए सब बराबर हैं। इसी लिए उन्हें किसी खास तबक़ा तक महदूद करने की कोशिश मुनासिब नहीं है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों के सवाल पर उन्होंने ये बात कही। नजमा हेपतुल्लाह ने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की आलमी सूफ़ी फ़ोरम में शिरकत और फिर सऊदी अरब दौरे के बारे में सवालात पूछे जाने पर कहा कि वज़ीर-ए-आज़म जब बैरूनी दौरे पर होते हैं तो वो सारे मुल्क की नुमाइंदगी करते हैं। किसी खास फ़िर्क़ा की नहीं।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी किसी एक तबक़ा,या सयासी जमात से ताल्लुक़ नहीं रखते बल्कि सारे मुल्क से ताल्लुक़ रखते हैं। वो सऊदी अरब का दौरा करें या अमेरीका या कहीं और का दौरा करें जब वो बैरूनी दौरे पर होते हैं तो वो सारे मुल्क की नुमाइंदगी करते हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सूफ़ी कांफ्रेंस में शिरकत और सऊदी अरब दौरे से मुसलमानों में तफ़र्रुक़ा नहीं होगा बल्कि ये ख़त्म होगा।

उन्होंने जवाब दिया वज़ीर-ए-आज़म जब कभी बैरूनी दौरे पर जाते हैं तो किसी को भी अपने साथ नहीं ले जाते और उनका इस दौरे में मौजूद रहना ज़रूरी नहीं क्युं कि मोदी जो कुछ कह रहे हैं वो इन (नजमा हेपतुल्लाह) की ही आवाज़ है।एसे में मुझे जाने की क्या ज़रूरत है।