मोदी सरकार से लोग नाखुश है इसलिए बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है- स्वरूपानंद सरस्वती

कोन्नगर स्थित राज राजेश्वरी सेवा मठ में द्वारका-शारदापीठ एवं ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने शनिवार को कहा कि देश में महंगाई बढ़ रही है। रुपये की कीमत क्रम से घट रहे हैं। ऐसी स्थिति में जनता के असंतोष से बचने के लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया जा रहा है, परंतु कोई भी सरकार आ जाये, लेकिन राम मंदिर का निर्माण बगैर कोर्ट की अनुमति से नहीं हो सकता है।

धर्म निरपेक्ष देश में कोर्ट का निर्णय ही अंतिम हो सकता है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर आसमान में तो नहीं बन सकता है, जब तक कोर्ट का आदेश नहीं आ जाता तब तक मंदिर बनाना असंभव है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बने, लेकिन उसमें कोई विवाद ना हो।

शंकराचार्य ने कहा कि बाबरी मस्जिद के ढांचे को कुछ उन्मादी लोगों ने तोड़ कर गिरा दिया। बाबरी मस्जिद में प्राचीन राम मंदिर के अवशेष थे। बाबरी मस्जिद को तोड़ने के बाद उस मंदिर के तमाम सबूत भी उसके साथ मिट गये।

पहला तो यह कि वहां वजू करने के लिए न कोई कुआं था और न ही तालाब। इसके अलावा अजान के लिए न कोई मीनार थी। मुसलमानों की मस्जिद बताने वाली अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

शंकराचार्य जी ने यह भी कहा वर्तमान समय में शासन से जनता त्रस्त है। सरकार द्वारा किया गया हर वादा विफल है। सरकार ने गौ मांस बंद करने की बात कही थी लेकिन वह बंद नहीं हुई। आज वह सबसे बड़ा निर्यातक देश है। मुसलमानों के लिए गौ मांस का व्यापार होता है ऐसा नहीं है, गौ मांस का व्यापार डालर के लिए किया जा रहा हैं।