अपने चहेते नेता के मुख्यमंत्री बनने के लिए युवक ने जीभ काटकर मंदिर में चढ़ाई

हैदराबाद : तेलंगाना में शुक्रवार को विधानसभा की 119 सीटों के लिए वोट डाले गए । बुधवार को प्रचार थमने के बाद लोग चहेते प्रत्याशियों की जीत के लिए मंदिरों में प्रार्थनाएं, पूजा-पाठ और हवन भी किए। लेकिन हैदराबाद के एक मंदिर में आंध्र प्रदेश के युवक ने अपनी जीभ काटकर भगवान वेंकटेश्वर को चढ़ा दी। वह चाहता है कि उसके चहेते दो बड़े नेता ही आंध्र और तेलंगाना के मुख्यमंत्री बनें। हालांकि, फिलहाल इन नेताओं के नाम सामने नहीं आए हैं।

पुलिस के मुताबिक, जीभ काटने वाले युवक की पहचान महेश कुमार के तौर पर हुई है। वह आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले का रहने वाला है। इंस्पेक्टर गोविंद रेड्डी ने बताया कि युवक के पास मिली चिट्ठी में लिखा है कि वह दो नेताओं को आंध्र और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता है। साथ ही उसने आंध्र कैबिनेट में मंत्री बनने की इच्छा भी जताई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महेश बुधवार को बंजारा हिल्स स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर गया था। यहां भगवान को खुश करने के लिए उसने अपनी जीभ काटकर मंदिर की हुंडी में डाल दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे खून से लथपथ हालत में उस्मानिया अस्पताल पहुंचाया। अब महेश की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।


पुलिस को शक है कि महेश ने 2009 में भी अपनी जीभ का कुछ हिस्सा काटकर इसी मंदिर में चढ़ाया था। तब उसने खुद को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वायएसआर रेड्डी का समर्थक बताया था। वह अपने पसंदीदा नेता के चुनाव जीतने की कामना कर रहा था। इससे पहले वह 2004 में भी चुनाव के दौरान ऐसा ही प्रयास कर चुका है।


बता दें कि 19 नवंबर को हैदराबाद के टी गुरुवप्पा (42) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की पार्टी टीआरएस का कार्यकर्ता था। उसने सुसाइड नोट में केसीआर को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने और इलाके के विधायक विवेकानंद को जिताने की अपील की थी। गुरुवप्पा ने तेलंगाना राज्य के लिए हुए प्रदर्शन में भी जान देने की कोशिश की थी।