रमज़ान स्पेशल: प्यास से बचने के लिए इफ़्तार और सहरी में यह खाना अपनायें!

2019 रमज़ान काफी गर्मी के मौसम में पड़ा है, मगर इससे कौन मोमिन डरने वाला है? मगर सावधानीयां जरुरी है। अल्लाह की इबादत में रोजेदार पूरे दिन खाए पिए बिना अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। इस भारी गर्मी में पूरे दिन बिना खाए पिए रहना भी एक तरह का टास्क है।

ऐसी गर्मी में जब शरीर से काफी पसीना निकलता है और शरीर में पानी की कमी हो जाती है।

ऐसे में सहरी और इफ्तार के समय रोजेदार कुछ खास उपाय कर लें तो पूरा दिन बिना पानी के निकाला जा सकता है। ऐसे में प्यास पर काबू पाने के लिए कुछ खास चीजों पर गौर करना होगा,जिसे रोजेदार जान लेंगे तो उन्हें अपेक्षाकृत रोजा पूरा करने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।

चावल का पानी अपने आप में डिहाइड्रेशन का इलाज है। इफ्तार के वक्त अगर चावल के माढ का प्रयोग कर लिया जाए तो अगले 24 घंटों तक प्यास की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

इफ्तार के समय खाने में दही,चीनी औऱ नमक का उपयोग करें। यह तीनों चीजें आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देंगी और आपको रोजे के समय बार बार प्यास नहीं लगेगी।

इफ्तार के समय सलाद खासकर ककड़ी और खीरे का ज्यादा प्रयोग करें, खीरा शरीर में पानी स्टोर करता है औऱ अगले काफी समय तक प्यास लगने की संभावना को कम कर देता है।

सहरी के वक्त ज्यादा तला भुना न खाएं। प्याज, पुदीना और मिश्री को पीसकर पानी में घोल लें और इस शरबत का सहरी के वक्त प्रयोग करें। इससे पूरे दिन प्यास पर काबू पाया जा सकता है।

अगर सहरी के वक्त दो या तीन संतरे खा लिए जाएं तो पूरे दिन के लिए शरीर को पानी की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा। ऐसे में प्यास भी नहीं सताएगी औऱ शरीर को पानी की कमी से कमजोरी भी नहीं लगेगी।

रात को इफ्तार के बाद सोते वक्त सौंफ मिले पानी को घूंट घूंट करके पिएं। इससे अगले दिन के लिए नमी शरीर में स्टोर हो जाएगी औऱ बार बार प्यास नहीं लगेगी। इफ्तार हो या सहरी, भूलकर भी चाय औऱ कॉफी का सेवन करने से बचें, कोशिश करें की शीतल और मीठे पेय का सेवन करें।

साभार- इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम