रविवार को फिर बढ़े पेट्रोल और डीजल के दाम, मुंबई में 90 के पार

देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी लगातार जारी है. हर दिन तेल के बाद बढ़ रहे हैं. रविवार को दिल्‍ली में पेट्रोल में 28 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ. इसके बाद पेट्रोल की कीमत 81.91 रुपये प्रति लीटर हो गई. दिल्ली में डीजल के दाम भी 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिए गए. रविवार को डीजल 73.72 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया. वहीं मुंबई में पेट्रोल 89.29 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल में 19 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई. मुंबई में रविवार को डीजल 78.26 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है.

शनिवार को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई थी. दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल के दामों में जहां 0.35 पैसे और 0.34 पैसै प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई थी वहीं डीजल 0.24 और 0.25 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया. इस हफ्ते लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. सिर्फ बुधवार को पेट्रोल की कीमत में ठहराव आया था. दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 81.63 रुपये प्रति लीटर बिका जबकि डीजल 73.54 रुपये प्रति लीटर. वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 89.01 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 78.07 रुपये प्रति लीटर रही.

शुक्रवार को जहां 0.28 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई, वहीं डीजल 0.22 पैसे महंगा हो गया. शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 81.28 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी, जबकि डीजल 7330 रुपये प्रति लीटर हो गया था. वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 88.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 77.82 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई थी.

बता दें कि दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल के दामों में गुरुवार को जहां 13 पैसे बढ़ोत्तरी हुई थी, वहीं डीजल 11 पैसे महंगा हुआ था.दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 81 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी, जबकि डीजल 73.08 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 88.89 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 77.58 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई थी.

वहीं शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत के लिए अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों को जिम्मेदार बताया था. शाह ने यहां शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत चिंता की बात है. ‘यह वैश्विक तौर पर हुए कुछ घटनाक्रमों की वजह से है. अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध और अमेरिका और तेल उत्पादक देशों के बीच मुद्दे. इन वैश्विक कारणों के चलते ये घटनाक्रम हो रहे हैं. शाह ने कहा, ‘हम भी इसे लेकर चिंतित हैं. समाधान भी ढूंढ़ा जा रहा है. थोड़े ही समय में, सरकार इन मुद्दों पर कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि लेकिन अन्य देशों की मुद्राओं के मुकाबले रुपये पर असर बहुत कम है.