राज्य सभा के लिए छः उम्मीदवारों का बिला मुक़ाबला चुनाव मुतवक़्क़े

हैदराबाद 01 जून:पार्लियामेंट के एवान राज्य सभा के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में छः नशिस्तों के लिए दोनों रियासतों में हुक्मराँ जमातों के पाँच उम्मीदवारों ने पर्चाजात नामज़दगी दाख़िल किया और आंध्र प्रदेश में अप्पोज़ीशन जमात वाई एस आर कांग्रेस के उम्मीदवार पहले ही अपना पर्चा नामज़दगी दाख़िल कर चुके थे।

इबतेदाई आसार-ओ-क़राईन से अंदाज़ा होता है कि तमाम छः उम्मीदवार बिला मुक़ाबला मुंतख़ब हो सकते हैं। आंध्र प्रदेश में चार नशिस्तों के लिए हुक्मराँ तेलुगू देशम बीजेपी इत्तेहाद के उम्मीदवारों की हैसियत से दो मर्कज़ी वुज़रा सुरेश प्रभु और वाई सजना चौधरी के अलावा करनूल से ताल्लुक़ रखने वाले साबिक़ रियासती वज़ीर टी जी वेंकटेश ने नामज़दगीयाँ दाख़िल करने के आख़िरी दिन अपने पर्चे दाख़िल किए।

वाई एस आर कांग्रेस के उम्मीदवार विजय साई रेड्डी ने दो दिन पहले पर्चा नामज़दगी दाख़िल किया था। आंध्र प्रदेश की 176 रुकनी असेंबली में तेलुगू देशम बीजेपी इत्तेहाद के 108 अरकान हैं जिसके मुताबिक़ उस के तीनों उम्मीदवार ब-आसानी मुंतख़ब हो सकते हैं
और अप्पोज़ीशन जगन मोहन रेड्डी की वाई एस आर कांग्रेस पार्टी के पास भी 50 से ज़ाइद अरकान हैं जो अपने उम्मीदवार को मुंतख़ब करने के लिए दरकार तादाद से ज़ाइद हैं।

वज़ीर रेलवे सुरेश प्रभु ने राज्य सभा के लिए आंध्र प्रदेश से अपने चुनाव पर ख़ुशी का इज़हार किया है और कहा कि रियासत की तरक़्क़ी के लिए काम करेंगे। तेलुगू देशम के जनरल सेक्रेटरी नारा लोकेश ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी और बीजेपी के सदर अमीत शाह की ख़ाहिश पर सुरेश प्रभु को इस रियासत से एवान-ए-बाला के लिए नामज़द करते हुए ख़ुशी हुई है।

इस दौरान तेलंगाना में राज्य सभा की दो नशिस्तों के लिए टीआरएस के उम्मीदवारों की हैसियत से डी श्रीनिवास और कैप्टन लक्ष्मी कांत राव‌ ने अपने पर्चाजात नामज़दगी दाख़िल किए और किसी तीसरे उम्मीदवार के ना होने के सबब बावर किया जाता है कि इन दोनों का बिला मुक़ाबिला इंतेख़ाब यक़ीनी है। 119 रुकनी तेलंगाना असेंबली में टीआरएस के 82 अरकान हैं और एक उम्मीदवार की कामयाबी के लिए फी कस 40 वोट दरकार हैं चुनांचे टीआरएस ने अगरचे अपनी एक मुक़ामी हलीफ़ जमात से ताईद की अपील की है ताहम उस के बग़ैर भी इस को दरकार तादाद में वोट हासिल हो सकते हैं।

लक्ष्मी कांत जो दिफ़ाई फोर्सेस में ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं, टीआरएस के सीनीयर लीडर हैं। पर्चाजात नामज़दगी वापिस लेने की आख़िरी तारीख़ 3 जून है और अगर ज़रूरी हो तो 11 जून को राय दही हो सकती है जिसके चंद घंटों बाद ही नताइज का एलान मुतवक़्क़े है।