राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाना ठीक नहीं, मंदिर और मस्जिद दोनों पर हो फैसला- केंद्रीय मंत्री

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संसद में अध्यादेश लाने की मांग हो रही है. इस बीच एनडीए के सहयोगी दल रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का कहना है कि राममंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी का मानना है कि हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच एकता में खलल नहीं डालना चाहिए. अगर राममंदिर को लेकर कोई फैसला होता है तो मस्जिद को लेकर भी फैसला होना चाहिए. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में अध्यादेश की मांग करना ठीक नहीं है.

बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की ओर से अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर बयानबाजी जारी है. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को देश भर में मंदिरों का भ्रमण करने के बजाए अयोध्या में राम मंदिर के समर्थन में खुलकर सामने आने की मंगलवार को चुनौती दी. गिरीराज ने कहा कि राहुल में अगर हिम्मत है तो वह देश में मंदिरों का भ्रमण करने के बजाए अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के समर्थन में खुलकर सामने आएं. साथ ही, उन्हें यह घोषणा करनी चाहिए कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता राम जन्मभूमि आंदोलन का समर्थन करेगा.

उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि राहुल वास्तव में एक हिंदू हैं. अगर वह हिंदू हैं तो उनका गोत्र क्या है और क्या वह खानपान में प्रतिबंध (जो हिंदुओं के लिए अनिवार्य हैं) का पालन करते हैं. राहुल के खुद के शिव भक्त होने पर कटाक्ष करते हुए गिरीराज ने कहा कि अगर वह राम मंदिर के मुद्दे पर चुप रहते हैं तो शिव के लिए उनकी भक्ति स्वीकार्य नहीं होगी.

दूसरी ओप अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिये कानून बनाने संबंधी अपने अभियान के तहत विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से मिलेगा. विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि नवंबर माह में परिषद देश के सभी क्षेत्रों के सांसदों से भेंट करेगी और उनसे कहेगी कि उनके मतदाता अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं, ऐसे में वे कानून बनाने में सहयोग करें.

यह पूछे जाने पर कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी से भी मिलेंगे, विहिप के कार्याध्यक्ष ने कहा, ‘हम उनसे आग्रह करेंगे और वे समय देते हैं तब उनसे मुलाकात करेंगे. हम सभी सांसदों से मिलेंगे.’ उन्होंने जोर दिया कि देश का जनमानस राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में है, ऐसे में चाहे कांग्रेस हो, तृणमूल कांग्रेस हो या कोई अन्य दल हो.. उनके लिये इसका विरोध करना कठिन होगा.विहिप के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि परिषद का सभी दलों के सांसदों से मिलने का कार्यक्रम है, चाहे वे किसी भी दल के हों.