राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद ने नौ पाकिस्तानी लेखकों से कॉन्फ्रेंस का आमंत्रण वापस लिया

नयी दिल्ली- राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (एनसीपीयूएल) ने पुलवामा हमले के मद्देनजर विश्व उर्दू कॉन्फ्रेंस के लिए नौ पाकिस्तानी लेखकों को दिया गया अपना आमंत्रण वापस ले लिया है ।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत स्वायत्त संगठन एनसीपीयूएल की स्थापना उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए की गयी थी। एनसीयूपीएल के निदेशक अकील अहमद ने कहा कि पुलवामा में कायराना हमले से समूचा देश आक्रोशित है। ऐसी घटनाओं में लिप्त देश के लेखकों को यहां पर आमंत्रित करना ठीक बात नहीं है ।
अहमद ने कहा, ‘‘हमने हमले के खिलाफ अपना विरोध जताने और देश की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कॉन्फ्रेंस के वास्ते नौ पाकिस्तानी लेखकों दिया गया अपना आमंत्रण वापस ले लिया है।’’ विश्व उर्दू कॉन्फ्रेंस का आयोजन अगले महीने होने वाला है और दुनिया भर के उर्दू के विद्वान इसमें शिरकत करेंगे।