लंका मसला : कांग्रेस के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात बेबुनियाद

चेन्नाई, 31 मार्च (पी टी आई) श्री लंकाई तमिलों के मसले पर कांग्रेस और यू पी ए हुकूमत के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात को बेबुनियाद और मक़सद बरारी पर मबनी क़रार देते हुए मर्कज़ी वज़ीर वी नारावना स्वामी ने आज इल्ज़ाम आइद किया कि स्टूडैंटस को इस मसले पर एजीटशन मुनज़्ज़म के लिए बाअज़ अश्ख़ास की जानिब से उकसाया जा रहा है।

उन्होंने यहां एय‌र पोर्ट पर मीडिया के नुमाइंदों को बताया कि हिंदूस्तान ऐसे 25 ममालिक में से है जिन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ यू एन ऐच आर सी में अमेरीका की ज़ेर सरपरस्ती क़रारदाद के हक़ में वोट डाला जबकि नई दिल्ली श्रीलंका में इंसानी हुक़ूक़ ख़िलाफ़वरज़ी इल्ज़ामात की आज़ादाना और भरोसा मंद तहक़ीक़ात का हामी है जहां बताया जाता है कि ख़ानाजंगी में आम शहरीयों की अम्वात हुई हैं, और तमिलनाडु की सियासी जमातों का भी यही मुतालिबा है।

पी ऐम ओ से वाबस्ता वज़ीर-ए-ममलकत ने कहा कि श्रीलंका के ख़िलाफ़ क़रारदाद यू एन ऐच आर सी की जानिब से मंज़ूर की गई। जहां तक हिन्दुस्तान का मामला है, वो 25 ममालिक में से एक है जिन्होंने क़रारदाद के हक़ में वोट दिया।

हिन्दुस्तान अपने तौर पर कोई क़रारदाद का तक़ाज़ा नहीं करसकता है क्योंकि उसे दीगर की हिमायत जुटानी होगी। उन्होंने कहा कि रियास्ती सियासी जमातों की कांग्रेस पर तन्क़ीद और उसकी ज़ेर क़ियादत हुकूमत पर नुक्ता चीनी बेबुनियाद और सियासी मक़सद बरारी पर मबनी है और ये तन्क़ीदें मसले को मोड़ने के लिए की जा रही हैं क्योंकि वो इस मसले को बरक़रार रखना चाहते हैं।