लादेन का पता बताने वाले डॉक्टर पर पाकिस्तान खामोश : अमेरिका

वॉशिंगटन : ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में सीआईए एजेंटों की मदद करने वाले और अब जेल में बंद पाकिस्तानी डॉक्टरों की रिहाई के लिए अमेरिका के बार-बार गुजारिश किए जाने के बावजूद पाकिस्तान ने इस मामले पर कोई यकीन नहीं दिया है। एक सिनियर अमेरिका के अफसर ने यह जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने सहाफियों से कहा कि हमारा मानना है कि उन्हें जेल में रखकर इन्साफ नहीं किया जा रहा है और हमने शकील अफरीदी के मामले में सार्वजनिक और निजी सतह पर पाकिस्तान के सामने बार बार अपना रुख और उनकी गिरफ्तारी को लेकर हमारा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तानी कियादन के साथ आला सतह पर हर चर्चा में इस मामले को उठाते हैं। पाकिस्तान सरकार ने हमें यकीन दिया है कि डॉ. अफरीदी के साथ मानवीय सुलूक किया जा रहा है और वह सेहतयाब हैं, लेकिन हमारा मानना है कि उन्हें जेल में रखकर नाइंसाफी किया जा रहा है।

टोनर ने कहा कि हमें किसी किस्म की ठोस प्रतिबद्धता नहीं जताई गई है। हमें उनकी रिहाई या उनकी संभावित रिहाई के बारे में कोई ठोस जानकारी देने की प्रतिबद्धता नहीं दी गई है लेकिन हम इस मामले पर दबाव बनाना जारी रखेंगे। पाकिस्तान ने अफरीदी की रिहाई पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। अफरीदी को फर्जी टीकाकरण मुहिम चलाने के लिए 2012 में 33 साल की कारावास की सजा सुनाई गई थी। ऐसा माना जाता है कि यह मुहिम बिन लादेन का पता लगाने में अमेरिका खुफिया एजेंसी की मदद करने के लिए चलाई गई थी। चिकित्सक मामले में फिर से सुनवाई किए जाने का जेल में इंतजार कर रहे हैं।