लड़कीयों की शरह पैदाइश में कमी पर तशवीश

देगलवर 31 अगस्त: देगलवर अदालत में दुख़तर बचाओ मुहिम के तहत एक सेमिनार का इफ़्तेताह गर्वनमेंट प्लेडर एडवोकेट बी-बी जाधव ने किया, जब के सदारत मुंसिफ़ मजिस्ट्रेट वसीम मिल्ला ने की।

इस सेमिनार से ख़िताब करते हुए एडवोकेट क़ाज़ी सय्यद एज़ाज़ परवेज़ ने कहा कि जिस मुल्क को भारत माता कहते हुए ख़ातून के इज़्ज़त-ओ-एहतेराम का इज़हार किया जाता है, जिस मुल्क में गंगा, जमुना, गोदावरी, नर्मदा, कावेरी जैसे बड़े बड़े दरियाओं के नाम औरतों से मौसूम किए गए, एसे मुल्क में बेटी बचाओ के नाम पर मुहिम चलानी पड़ रही है, जो हम सब के लिए बाइस-ए-शर्म है।

इस मौके पर सरकारी वकील बी-बी जाधव ने कहा कि औरतों की हिफ़ाज़त के लिए सख़्त से सख़्त क़ानून लाना चाहीए। बार एसोसीएशन् के सदर नागनाथ शंडे ऐडवोकेट ने कहा कि बेटी की पैदाइश पर आज भी इस तरक़्क़ी याफताह दौर में लोग नाराज़गी का इज़हार करते हैं, जो बड़े दुख की बात है।

इस मौके पर वसीम ने भारत जैसे जमहूरी मुल्क में बेटीयों के पैदाइश में कमी पर तशवीश ज़ाहिर करते हुए कहा कि हमारे मुल्क में वो बदनसीब दिन दूर नहीं, जब लोग हम-जिंस परस्ती पर इकतिफ़ा करेंगे।