विवादों में घिरी सीबीआई श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग की शरण में पहुंची

अपने आला अधिकारियों के अभूतपूर्व टकराव के बाद विवाद में घिरी देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई ने अपने कर्मचारियों को प्रेरित करने और एजेंसी में सकारात्मकता लाने के लिए श्री श्री रविशंकर की मदद ली है. सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि श्री श्री द्वारा संचालित आर्ट ऑफ लिविंग के गाइड सीबीआई मुख्यालय जाएंगे जहां निरीक्षक से लेकर निदेशक (प्रभारी) स्तर तक के 150 से अधिक अधिकारी एजेंसी में स्वस्थ माहौल बनाने और सकारात्मकता लाने के लिए कार्यशाला में शामिल होंगे. उनसे पूछा गया कि क्या इस तरह की कार्यशाला आयोजित करना ‘नीतिगत फैसला’ है क्योंकि दिल्ली में एजेंसी के अधिकतर अधिकारी इसमें भाग लेंगे. इस पर सीबीआई प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया.

CBI ने कहा बताया कि 10, 11 और 12 नवंबर को वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. इसमें अधिकारियों को स्वस्थ्य माहौल बनाकर काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसमें 150 से ज्यादा अधिकारी हिस्सा लेंगे जिसमें इंस्पेक्टर से लेकर इनचार्ज डायरेक्टर सीबीआई तक शामिल होंगे. कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में होगा.

पिछले कुछ दिनों में सीबीआई में जो कुछ हुआ वह संभवत देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ. सीबीआई के दो आला अफसरों ने एक दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. माममा बढ़ता देख केंद्र सरकार ने दोनों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया और अंतरिम सीबीआई डायरेक्टर नियुक्त कर दिया.

सीबीआई के डायरेक्टर सरकार के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. कोर्ट उन्हें पद से हटाए जाने के मामले की सुनवाई कर रही है. वहीं सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना भी कोर्ट पहुंचे थे. वहीं सीबीआई के कुछ अफसरों ने अपने ट्रांसफर के फैसले को कोर्ट में चुनौति दी है.

सुप्रीम कोर्ट ने 26 अक्टूबर को केंद्रीय सतर्कता आयोग से कहा था कि वह अस्थाना की ओर से वर्मा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच दो हफ्ते के भीतर पूरी करे. यह समय-सीमा आगामी रविवार को पूरी हो रही है और कोर्ट सोमवार को इस मामले की सुनवाई करेगा.

सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के वी चौधरी की अध्यक्षता वाली समिति के सामने शुक्रवार को पेश हुए और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना द्वारा उनके ऊपर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का लगातार दूसरे दिन खंडन किया. वर्मा के जांच समिति के सामने पेश होने के कुछ ही घंटे बाद अस्थाना भी शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधी संस्था के कार्यालय पहुंचे. समझा जाता है कि सतर्कता आयुक्त टी.एम. भसीन और शरद कुमार की सदस्यता वाली समिति के समक्ष पेश होकर वर्मा ने अस्थाना की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को बिंदुवार तरीके से खारिज किया.