वेयर इज़ नजीब? सवाल के साथ 8 फ़रवरी को माँ फ़ातिमा निकालेंगी इन्साफ रैली

जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद को गायब हुए करीब चार महीने पूरे होने वाले हैं लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग न तो पुलिस ढूढ पाई है और न ही यूनिवर्सिटी प्रशासन. हालांकि नजीब की सुरक्षित वापसी को लेकर जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है.

इस बीच बीते दिनों ख़बर आई की दिल्ली पुलिस बदायूं में नजीब के घर पहुंची थी. जेएनयू छात्रों का आरोप है कि पुलिस दरअसल यहाँ नजीब के घर वालों को डराने-धमकाने आई थी.

बहरहाल, दिल्ली पुलिस की तरफ से इन आरोपों का न तो खंडन किया गया और न ही कोई स्पष्टीकरण लेकिन माँ फ़ातिमा का सवाल अब भी बरकरार है. वेयर इज़ नजीब? नजीब कहाँ है?

अपने इसी सवालों के साथ नजीब की माँ फ़ातिमा नफीस ने आने वाली 8 तारीख को बदायूं में एक ‘इन्साफ रैली’ निकालने की बात कही है.

इस बात की जानकारी जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मोहित के पाण्डेय ने अपनी फेसबुक वॉल पर साझा की है.

क्या लिखा है मोहित ने 

“फातिमा नफीस की तरफ से 8 फरवरी को बदायूं पहुंच कर इंसाफ मार्च में शामिल होने की अपील की गई है. सभी साथियों से गुजारिश है कि 8 फरवरी को बदायूं और 12 फरवरी को लखनऊ पहुंच कर नजीब के लिए इंसाफ मार्च को सफल बनाएं. पिछले दिनों नजीब के परिवार को धमकाने के लिए दिल्ली पुलिस ने उनके रिश्तेदार के घर पर दबिश डाली. डराया-धमकाया. लेकिन एबीवीपी के गुंडे अभी भी छुट्टे घूम रहे हैं. भाजपा यूपी में कानून व्यवस्था के नाम पर चुनाव लड़ रही है और उसके गुंडे हर जगह खुलेआम मारपीट करके छूट जाने पर खुद का दरोगाहोने के घमंड में चूर हैं. ज्यादा से ज्यादा लोग इसको share करें और 8 12 तारीख को भागीदारी करें. आइये मिलकर बोलें “

बता दें कि बीते 15 अक्टूबर से एमएससी बायोटेक्नोलॉजी का छात्र नजीब अहमद जेएनयू कैपस से लापता है. गायब होने से पहले नजीब का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विक्रांत के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. जिससे गुस्साए एबीवीपी छात्र ने बदला लेने की नियत से दर्जनों लोगों को फोन कर बुला लिया और नजीब को बुरी तरह पिटाई की थी.