वज़ीर-ए-आज़म की न्यूयार्क में आमद , कल जनरल असैंबली से ख़िताब

सलामती कौंसल में हिंदूस्तान को मुस्तक़िल रुकनीयत केलिए ज़ोर, इस्लाहात लाने पर तवज्जा मर्कूज़
ज़हीरउद्दीन अली ख़ां
न्यूयार्क । 22 सितंबर । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल की जनरल असैंबली में हिस्सा लेने केलिए न्यूयार्क पहुंच गए। फ़रीनकफ़रोट में शब बसरी के बाद वो न्यूयार्क केलिए रवाना हुए थे। वज़ीर-ए-आज़म अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल के इजलास से हफ़्ता के दिन ख़िताब करेंगे। इन की तक़रीर का अहम मौज़ू अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल में इस्लाहात लाने ख़ासकर आलमी इदारा के आला ग्रुप को वुसअत देने पर तवज्जा मर्कूज़ की जाएगी। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने फ़रीनकफ़रोट से न्यूयार्क केलिए रवाना होने से क़बल कहा कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा को आलमी उमूर में अपना अहम रोल अदा करने केलिए ग़ैर जांबदाराना मौक़िफ़ इख़तियार करना होगा। उसे एक मोस्सर इदारा की हैसियत से अपना रोल अदा करना होगा। मनमोहन सिंह ने कहा में इस मुनफ़रद तंज़ीम में आजलाना इस्लाहात लाने की ज़रूरत पर ज़ोर दूंगा। ख़ासकर सलामती कौंसल की वुसअत पज़ीरी मेरी तक़रीर का अहम नुक्ता है। इस कान्फ़्रैंस में आलमी क़ाइदीन की कहकशां जमा होरही हैं जिस में सदर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा बांकी मून के इलावा सदर फ़्रांस और दीगर अक़्वाम के सदूर के इलावा वुज़राए आज़म और आला क़ाइदीन शिरकत कररहे हैं। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि हिंदूस्तान की जानिब से हर मुम्किना कोशिश की जा रही हीका आलमी सतह पर अमन और सलामती को फ़रोग़ दिया जाय। सलामती कौंसल का ग़ैर मुस्तक़िल रुकन बनने के बाद से हिंदूस्तान आलमी पालिसी साज़ इदारा की असर पज़ीरी की एहमीयत को उजागर करना चाहता है। हिंदूस्तान इस बात का ख़ाहां हीका सलामती कौंसल अपने इख़्तयारात और अवामिल को मोस्सर ढंग से अंजाम दें। इस के फ़ैसले इतने ताक़तवर हूँ कि वो आलमी सतह पर अपनी बात मनवा सकें। न्यूयार्क के दौरा के दौरान मनमोहन सिंह ईरान के सदर महमूद अहमदी नज़ाद, जुनूबी सूडान के सदर सिल्वा कर और सदर श्रीलंका महिंदा राज पकसे के इलावा जापान के वज़ीर-ए-आज़म यवशीकोनोडा और वज़ीर-ए-आज़म नेपाल बहरोम भट्ट राई से मुलाक़ात करेंगे। हिंदूस्तान सलामती कौंसल में मुस्तक़िल रुकनीयत केलिए कोशां हैं। 19 साल के वक़फ़ा के बाद इस साल जनवरी में ही उसे ग़ैर मुस्तक़िल रुकनीयत दी गई है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह का ये दौरा दो साल के वक़फ़ा के बाद होरहा है। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल में सदर बांकी मून के इलावा सदर अमरीका बारक ओबामा ने जनरल असैंबली के इफ़्तिताही इजलास से ख़िताब किया, जिस में फ़लस्तीन के मौज़ू पर इज़हार-ए-ख़्याल किया गया। सदर अमरीका ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में मशरिक़ वुसता से मुताल्लिक़ अपनी पालिसी में टाल मटोल का रवैय्या इख़तियार किया।