शाम का मसला अक़वाम-ए-मुत्तहिदा से रुजू करने अरब लीग का फ़ैसला

दमिशक़ 31 जनवरी (ए एफ़ पी) शाम के बाग़ीयों की तमाम उम्मीदें अब अक़वाम-ए-मुत्तहिदा से वाबस्ता हैं जबकि शामी फ़ौज की बाग़ीयों के ख़िलाफ़ कार्यवाईयों का सिलसिला जारी है।मुतअद्दिद हलक़ों की जानिब से कहा जा रहा है कि अब सदर शाम को सिर्फ अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की क़रारदाद के ज़रीया ही रोका जा सकता है। इस दौरान हुकूमत शाम और रूस की जानिब से मुबस्सिर मिशन रोक देने पर इज़हार हैरत किया गया है।

ताहम शाम में बाग़ीयों की क़ौमी कौंसल के नुमाइंदे समीर नस्र ने इस फ़ैसले की सताइश की। इस दौरान दार-उल-हकूमत दमिशक़ के नवाह में बाग़ीयों के ज़ेर-ए-क़ब्ज़ा इलाक़ों को आज़ाद कराने के लिए शामी अफ़्वाज ने कार्रवाई शुरू कर दी है। शामी अप्पोज़ीशन के ज़राए ने बताया है कि शामी अफ़्वाज भारी तादाद में सक़बा रवाना होगई हैं।

बाग़ीयों की क़ौमी कौंसल के नुमाइंदे समीर नसरके बाक़ौल वक़्त आगया है कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा अपनी ज़िम्मेदारीयां निभाए।अरब लीग के सेक्रेटरी जनरल नबील अलारबी न्यूयार्क के लिए रवाना हो गए हैं, जहां वो मंगल को सलामती कौंसल के अरकान को शाम की सूरत-ए-हाल के बारे में आगाह करेंगे ताकि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा का मज़ीद तआवुन हासिल किया जा सके और सदर बशारुल असद पर दबाओ में इज़ाफ़ा हो।इस दौरान शामी फ़ौज के अट्ठाईस अहलकारों की नमाज़ जनाज़ा अदा की गई। ये अहलकार गुज़श्ता दिनों के दौरान मलिक के मुख़्तलिफ़ हिस्सों में हलाक हुए थे। शाम में हुकूमत के ख़िलाफ़ मुज़ाहमत अब दार-उल-हकूमत दमिशक़ के क़रीब पहुंचती जा रही है।

इस दौरान अरब लीग ने ऐलान किया है कि वो अगले माह की पाँच तारीख़ को होने वाले इजलास में मुबस्सिर मिशन को मुकम्मल तौर पर वापिस बुलाने के बारे में फ़ैसला करेगी। उधर शाम में सदर बशारुल असद की हुकूमत ने अरब लीग की जानिब से मुबस्सिर मिशन को रोक देने पर अफ़सोस का इज़हार किया है। शामी हुकूमत का कहना है कि अरब लीग का ये अमल शाम में मुदाख़िलत करने के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा पर दबाओ डालने के मुतरादिफ़ है।