शाम में एक साल तवील बग़ावत ख़तम!

शाम ने कहा कि सदर बशर अल असद हुकूमत का तख़्ता उल्टने के लिए एक साल से जारी बग़ावत ख़तम हो गई है लेकिन फ़ौज ने फिर कहा कि वो बागियों की जानिब से बकतरबंद गाड़ियों , आरटेलरी और भारी अस्लाह की दसतबरदारी तक जंग बंदी नहीं करेगी ।

अमेरीका और ख़लीज अरब मुल्कों ने अमन के क़ासिद कोफ़ी अन्नान पर ज़ोर दिया है कि वो बागियों को मुसल्लह करने के लिए अपनी अपील की हिमायत में उगला क़दम उठाने के लिए किसी वक़्त का तीन करें । कोफ़ी अन्नान ने कहा था कि इस तरह के इक़दाम से कोई मदद नहीं मिलेगी ।

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के साबिक़ सरबराह का अमन मिशन भी शाम में कोई राहत नहीं ला सका । अलबत्ता शाम ने ये भी कहा कि वो शहरों में अपनी तवज्जा असल सिक्योरिटी पर बरक़रार रखेगा । फ़ौज उस वक़्त तक सड़कों से नहीं हटेगी जब तक कि बाग़ी अपने हथियारों से दस्तबरदार ना हो जाएं ।

कोफ़ी अन्नान का मंसूबा था कि सब से पहले फ़ौज फ़ौरी तशद्दुद रोकदे और सड़कों से सिपाहियों को हटा लिया जाए । शाम के तर्जुमान ने बताया कि हम बशर अल असद के बागियों के टैंक्स और फ़ौज की अवाम के दरमियान मौजूदगी को कुबूल नहीं कर सकते ।

लेफ्टीनेंट जनरल क़ासिम साद उद्दीन ने हम्मास से टेलीफोन पर बताया कि हमें जंग बंदी करने में कोई मसला नहीं है । जितना जल्द हो सके बाग़ी अपने हथियार और मुसल्लह गाड़ियों हटा लेंगे हम भी जंग बंदी के लिए आगे आएंगे । शाम के शहर हम्मास में हनूज़ आरटेलरी और मार्टर हमले जारी हैं ।

सऊदी अरब के रियाज़ में अमेरीका और ख़लीजी अरब ममालिक ने कोफ़ी अन्नान पर ज़ोर दिया है कि अगर सदर शाम बशर अल असद ख़ूँरेज़ी रोकने में नाकाम हो तो शाम के लिए अपने अमन मंसूबा के लिए अगला क़दम उठाने किसी वक़्त का तीन करें । अमेरीकी सेक्रेटरी स्टेट हिलारी क्लिन्टन जिन्होंने सऊदी अरब , कुवैत , बहरैन , क़तर , मुत्तहदा अरब अमीरात और अम्मान के वुज़रा-ए-ख़ारजा से मुलाक़ात की और शाम में जारी जून रेज़ कार्यवाईयों पर तशवीश का इज़हार किया ।

उन्होंने इरान पर भी तन्क़ीद की कि वो तेहरान और अमेरीका के दरमियान मुज़ाकरात से मुताल्लिक़ एहतियात पसंदी से काम ले रहा है । क्लिन्टन ने कहा कि अरब और मग़रिबी ममालिक के दर्जनों ओहदेदार सदर बशर अल असद पर मज़ीद दबाव डालने के लिए कल बात चीत करेंगे ।

ताकि शाम में इंसानियत पर मबनी इम्दाद फ़राहम की जा सके और जम्हूरी हुकूमत लाने के लिए सयासी तब्दीली पर ज़ोर दिया जा सके ।