श्रीलंका में राजनीतिक संकट पर संयुक्त राष्ट्र सक्रिय!

श्रीलंका में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच संयुक्त राष्ट्र की एक शीर्ष राजनयिक ने बुधवार को यहां राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से मुलाकात की और वर्तमान राजनीतिक संकट पर उनसे चर्चा की।

कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर दिया था और उनकी जगह पूर्व शक्तिशाली नेता महिंदा राजपक्षे को नियुक्त किया था। संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर हाना सिंगर ने सिरिसेना से मुलाकात की।

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने गहराते राजनीतिक संकट पर ‘‘गंभीर चिंता’’ जताई थी और देश की सरकार से लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक प्रावधानों तथा प्रक्रियाओं का सम्मान करने की अपील की थी।

‘कोलंबो गजट’ की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि बैठक के दौरान सिरिसेना ने सिंगर को आश्वासन दिया कि सरकार ने संविधान के मुताबिक ही सभी कदम उठाए हैं। सिरिसेना ने कहा कि देश लोकतांत्रिक ढांचे के तहत काम कर रहा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिए गए सहयोग की सराहना की।

सिंगर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र भविष्य में भी श्रीलंका को हरसंभव सहयोग मुहैया कराने के लिए तैयार है। सिंगर ने मंगलवार को संसद के अध्यक्ष कारू जयसूर्या से मुलाकात की और देश में बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक प्रावधानों का सम्मान करने की जरूरत के बारे में गुतारेस के संदेश से उन्हें अवगत कराया।

इस बीच, रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने बयान जारी कर श्रीलंका के अधिकारियों से अपील की कि पत्रकारों की सुरक्षा और संपादकीय स्वतंत्रता का सम्मान करें। राजपक्षे के समर्थकों ने 26 अक्टूबर को राज्य के मीडिया संस्थानों पर कब्जा करने के लिए उन पर हमला किया था।