सऊदी अरब में फंसे 14 भारतीय ने विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज से की मदद की अपील

भारत के 14 लोग सऊदी अरब में फंसे हुए हैं जिनमें से ज्यादातर हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं. वे खाड़ी देश की जेलों में कैद हैं. दो स्थानीय यात्रा एजेंटों ने उन्हें कथित तौर पर पर्यटक वीजा पर काम करने के लिए वहां भेजा था.

पुलिस ने शनिवार को बताया कि 14 लोगों में से 12 हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के रहने वाले हैं और दो पंजाब के हैं. 12 लोग सऊदी अरब में जेलों में बंद हैं. उनका पर्यटक वीजा समाप्त होने और उनके पास कार्य वीजा ना होने के कारण वे वहां पर फंस गए. पुलिस ने बताया कि जिन एजेंटों ने उन्हें कार्य वीजा दिलाने का वादा किया था तथा प्रत्येक से 90 हजार रुपये ठगे थे, उन पर मामला दर्ज कर लिया गया है.

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष यह मुद्दा उठाया है. उन्होंने स्वराज से सऊदी अरब में फंसे 14 लोगों को स्वदेश लाने का अनुरोध किया है. ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की और उनसे भारतीय लोगों की रिहाई के लिए निजी तौर पर इस मामले को सऊदी अरब के अधिकारियों के समक्ष उठाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि वे वहां अपनी आजीविका कमाने के लिए गए थे. मुख्यमंत्री ने इस संबंध में स्वराज को एक पत्र भी लिखा.

मंडी पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने बताया कि सुंदरनगर की पुलिस ने मोहम्मद आसिफ और कादिर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है. शर्मा ने बताया कि उपलब्ध सूचना के आधार पर 14 में से 12 लोग सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं जबकि दो लोग एक कंपनी में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सुंदरनगर निवासी सरोज की शिकायत के आधार पर यात्रा एजेंटों पर मामला दर्ज किया गया जिनके पति हरजिंदर सिंह उन 14 लोगों में से एक हैं.’’

शिकायतकर्ता ने अपने बयान में आरोप लगाया कि यात्रा एजेंटों ने उन्हें कार्य वीजा पर सऊदी अरब जाने का आश्वासन दिया था लेकिन उन्हें पर्यटक वीजा पर भेजा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि अब उनके पर्यटक वीजा की अवधि समाप्त हो गई है और कंपनी ने उनके पासपोर्ट ले लिए हैं. सरोज ने अपनी शिकायत में कहा कि हरजिंदर सिंह के अलावा जो 13 अन्य लोग सऊदी अरब में फंसे हैं, उनमें तनुज कुमार, रवि कांत, अश्वनी, श्याम लाल, ओंकार चंद, देवेंद्र कुमार, विक्रम चंद, प्रेम सिंह, जोगिंदर सिंह, मनोज कुमार, ललित कुमार, देवेंद्र और भूपेंद्र शामिल हैं.