सऊदी ख़ातून ख़लाई साईंसदान नासा की टीम में शामिल

अमेरीका के ख़लाई तहक़ीक़ाती इदारे नासा ने पहली मर्तबा सऊदी अरब की एक ख़ातून ख़लाई साईंसदान डाक्टर माजदा अबुरस (Majda Aburas) को अपनी टीम में शामिल किया है।

अरब टी वी की रिपोर्ट के मुताबिक़ डाक्टर माजिदा का इंतेख़ाब ख़लीजी ममालिक में नासा के ज़ेर ए एहतिमाम क़ायम गल्फ़ साईंस विटेकना लोजी ऐंड डेवलपमेंट आर्गेनाईज़ेशन के ज़रीये किया गया है।

डाक्टर माजदा इस इदारे में ख़लाई तहक़ीक़ाती रिसर्च को अमली शक्ल देने और प्रोग्राम डेवलपमेंट के शोबे में काम करेंगी। डाक्टर माजदा ने सऊदी अरब के एक अख़बार से गुफ़्तगु में नासा में अपनी शमूलीयत को एक बड़ी कामयाबी क़रार दिया और कहा कि नासा की टीम में शामिल होने से सऊदी अरब की ख्वातीन के आलमी साईंस के मैदान तक रसाई की राह हमवार होगी और इससे ख़ादिम उल-हरमीन अशरीफ़ैन का सऊदी ख्वातीन के आलमी किरदार का ख़ाब भी शर्मिंदा ताबीर हो सकेगा।

डाक्टर माजदा का कहना है कि मुस्लिम दुनिया की तामीर और तरक्की में ख्वातीन का हमेशा अहम किरदार रहा है। औरतें सिर्फ़ उमूर ख़ानादारी ही में अपने जौहर नहीं दिखाती बल्कि मुस्लिम दुनिया में ख्वातीन ने कई अमली मैदानों और साईंसी तहक़ीक़ात के शोबों में भी कार हाय नुमायां अंजाम दिए हैं।

डाक्टर माजदा अबू रस शाह अबदुल अज़ीज़ यूनीवर्सिटी ( university) जद्दा के बायो टेक्नोलाजी साईंस कालेज में लेक्चरार हैं और इन्होंने बर्तानिया की सिरे यूनीवर्सिटी से बायो टेक्नोलाजी के शोबे में पी एच डी की है|