साइकिल चलाना वजन को नियंत्रण रखने के अलावा अवसाद, तनाव व चिंता को भी कम करता है

स्वस्थ रहने के लिए साइकिल चलाना बेहतरीन जरिया है। यह आपके वजन को नियंत्रण रखने के अलावा अवसाद, तनाव व चिंता को भी कम करता है। अक्टिवहेल्थ क्लीनिक में फिजियोथेरेपिस्ट दीपाली बडोनी व डॉ. मोहन डायबिटिज स्पेशियलिटी सेंटर के प्रबंध निदेशक आर.एम. अंजना ने साइकिल चलाने के फायदों के बारे में बात की।

साइकिलिंग एक एरोबिक व्यायाम है, जिसके कई फायदे हैं। इससे दिल के रोगों का खतरा कम होता है। इस गतिविधि से सिरोटोनिन, डोपामाइन व फेनिलइथिलामीन जैसे रसायनों का दिमाग में उत्पादन बढ़ता है, जिससे आप खुशी महसूस करते हैं और तनाव दूर होता है। लगातार साइकिल चलाना घुटने व जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को आराम पहुंचाता है।

मधुमेह के रोगियों को साइकिल चलाने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। टाइप-1 श्रेणी वाले मधुमेह रोगी यदि एक घंटे से ज्यादा साइकिल चलाते हैं तो उन्हें कुछ कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार साथ में रखना चाहिए।

मधुमेह वाले मरीज यदि नियमित तौर पर लंबी दूरी साइकिल से तय करते हैं तो उन्हें व्यायाम के पहले व बाद में ब्लड सुगर की जांच करानी चाहिए। यह जांच फिंगर स्टिक स्टाइल ब्लड ग्लूकोज मीटर से हो सकती है।

साइकिल चलाने से स्वास्थ्य संबंधी सभी फायदे मिलते हैं। इससे घुटनों के जोड़ों व आपके पैरों का पूरा व्यायाम होता है। दौड़ने की तुलना में सााइकिल चलाने से आपके घुटनों पर बहुत कम दबाव पड़ता है और पैर की मांसपेशियों का व्यायाम होता है।