सिकंदराबाद कंटोनमेंट, सईदाबाद और फ़लकनुमा में अक़ामती स्कूलस का इफ़्तेताह

हैदराबाद 01 जुलाई: डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने हैदराबाद में अक़लियतों के 3 अक़ामती स्कूलस का इफ़्तेताह अंजाम दिया। उन्होंने सिकंदराबाद कंटोनमेंट के बापूजीनगर, सईदाबाद में महबूब टावर के ब्वॉयज़ स्कूल और कादरीनगर फ़लकनुमा में ब्वॉयज़ स्कूल का इफ़्तेताह करते हुए उमीद ज़ाहिर की के इन स्कूलों में तालीम हासिल करने वाले तलबा-ए-ओ- तालिबात का मुस्तक़बिल रोशन होगा। इस मौके पर मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लियती कारपोरेशन-ओ-सेक्रेटरी अक़ामती स्कूलस सोसाइटी बी शफ़ी उल्लाह के अलावा रुकने असेंबली कंटोनमेंट जी सायना और दुसरे अवामी नुमाइंदे मौजूद थे।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि तेलंगाना हुकूमत मुस्लिम अक़लियती तलबा को तालीमी तौर पर तर किया फ़तह देखना चाहती है और मुस्लिम तलबा के एक हाथ में क़ुरआन और दूसरे हाथ में असरी उलूम का क़लम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव‌ मुसलमानों की तालीमी और मआशी पसमांदगी के ख़ातमे के बारे में काफ़ी संजीदा हैं और उनकी संजीदगी पर किसी शुबा की गुंजाइश नहीं।

हिन्दुस्तान की किसी भी रियासत में अक़लियतों के लिए इस क़दर फ़लाही स्कीमात का आग़ाज़ नहीं किया गया जितना तेलंगाना में हुआ है। इस के अलावा अक़लियती बहबूद का बजट दुसरे रियासतों के मुक़ाबिले सबसे ज़्यादा है। महमूद अली ने कहा कि मुस्लिम अक़लियत जो कभी साहिब इक़तेदार थी हर शोबे में पसमांदा हो चुके हैं। आज़ादी के बाद से किसी भी हुकूमत ने अक़लियतों की तरक़्क़ी पर तवज्जा नहीं दी और आंध्र प्रदेश में आंध्रई हुकमरानों ने अक़लियतों की तरक़्क़ी को नजरअंदाज़ कर दिया।

उन्होंने कहा कि अक़ामती स्कूलस के क़ियाम का मक़सद तलबा-ए-ओ-तालिबात को कॉरपोरेट तर्ज़ की तालीम फ़राहम करना है। इन स्कूलों में तमाम-तर सहूलतें हुकूमत की तरफ से मुफ़्त फ़राहम की जा रही हैं।