सिद्धू के अच्छे दिन: कांग्रेस दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी, बढ़ेगा कद!

पंजाब में चल रहे घमासान ने जहां अमरिंदर सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए आना वाला समय कुछ अच्छे संकेत लेकर आ रहा है। दरअसल पाकिस्तान से लौटने के बाद सिद्धू को लेकर भले ही देशभर में राजनीतिक माहौल गर्मा गया हो लेकिन कांग्रेस आलाकमान की नजरों में सिद्धू ने विश्वास हासिकल किया है।

यही वजह है राजनीतिक जानकार और कांग्रेस से जुड़े विशेषज्ञ मान रहे हैं 11 दिसंबर के बाद सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तूफानी प्रचार किया खास बात यह रही कि इस चुनाव में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बाद सबसे ज्यादा मांग जिस नेता की रही वो सिद्धू ही थे।

प्रचार के लिए सिद्धू की डिमांड कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिवों और कांग्रेस के शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी ज्यादा है। इनमें अमरिंदर भी शामिल हैं, जिनका पंजाब से बाहर बहुत कम प्रभाव है।

सिद्धू को लेकर आलाकमान कितना गंभीर है इसका बड़ा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला था जब भाजपा और आम आदमी पार्टी के साथ सिद्धू का मोल-भाव चल रहा था और कैप्टन बिल्कुल नहीं चाहते थे कि सिद्धू की पार्टी में एंट्री। ऐसे वक्त में भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सिद्धू पर भरोसा दिखाते हुए उन्हें पार्टी में शामिल किया।

दरअसल कांग्रेस का इतिहास रहा है जब भी क्षेत्रीय नेता की छवि बड़ी होने लगती है और वो मनमानी करती है तो पार्टी दूसरी पंक्ति के नेता को आगे बढ़ाना शुरू कर देती है। पंजाब में भी हालात कुछ ऐसे ही बन सकते हैं।

आगामी 11 दिसंबर को पार्टी राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिज़ोरम और तेलंगाना में बेहतर प्रदर्शन करती है तो पंजाब की राजनीति में थोड़ी हलचल हो सकती है और ये बोलना गलत नहीं होगा कि इस हलचल का सीधा फायदा नवजोत सिंह सिद्धू को मिलेगा।

साभार- ‘पत्रिका’