सोमवार को यूपी के बुलंदशहर में भीड़ की हिंसा ने सबको चौकाकर रख दिया है। इस मामले ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है। इस घटना में पुलिस इंस्पेक्टर की मौत ने सियासी रंग ले लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने राज्य के मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक बेहद चौंकाने वाली घटना है। योगी के राज में भीड़ ने अखलाख के मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी की खुलेआम हत्या कर दी। किसने इन लोगों को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार दिया?
Kapil Sibal, Congress : It's a shocking state of affairs how a mob killed a police officer investigating the Akhlaq case. Who gives these people the authority to take law in their hands? Instead of taking care of his state Yogi is going to Telangana & spewing venom. #Bulandshahr pic.twitter.com/ENUCCe5f2g
— ANI (@ANI) December 4, 2018
अपने राज्य की देखभाल करने की बजाए योगी तेलंगाना जा रहे हैं और वहां जहर उगल रहे हैं। उन्होंने योगी से पूछा है कि यही आपका और मोदी साहब का सुशासन है।
दूसरी तरफ इस घटना पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए क्योंकि उस क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय नहीं रहता है।
उन्होंने कहा कि यदि यह सच में पशु अवशेष का मामला है तो पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए कि उन अवशेषों को वहां कौन लेकर आया। उस विशिष्ट क्षेत्र में कोई अल्पसंख्यक आबादी नहीं रहती है।
सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बुलंदशहर में जो हुआ उसने मानवता को नीचे गिरा दिया है। राज्य सरकार का कहना है कि इस मामले के पीछे जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें बिना किसी भेदभाव के न्याय के समक्ष लाया जाएगा। अपने हितों के लिए अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
आपको बता दें कि सोमवार को बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव महाव में सोमवार सुबह गोवंश अवशेष मिलने पर पुलिस, हिंदूवादी संगठनों और ग्रामीणों में जमकर टकराव हुआ था। गुस्साए ग्रामीणों ने चिंगरावठी चौकी के पास सड़क पर जाम लगाया।
उसके बाद स्याना थाने के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने जब मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। गुस्साई भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े पुलिस के दर्जनों वाहनों में आग लगा दी।
चौकी में घुसकर तोड़फोड़ की और सामान को आग लगा दी। हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इस पर ग्रामीणों ने सुबोध कुमार पर हमला बोल दिया। घटना में गोली लगने से कोतवाल सुबोध और एक युवक सुमित की मौत हो गई थी। सरकार ने इस मामले की जांच बैठा दी है। साथ ही तीन लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं।