सीबीआई का दावा- अगुस्टा वेस्टलैंड डील में 276 करोड़ रुपये की संदिग्ध रकम का पता चला

वीवीआई चॉपर डील में कथित भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने अपनी जांच में बड़ी सफलता मिलने का दावा किया है। वेस्टलैंड डील के बिचौलिए क्रिस्चन मिशेल के खिलाफ सीबीआई ने बड़ा सबूत हाथ लगने की बात कही है। इटली के जांचकर्ताओं ने भी इस डील में घोटाले की आशंका जताई थी। अगुस्टा वेस्टलैंड की ओर से किए गए मिशेल की फर्मों ग्लोबल ट्रेड ऐंड कॉमर्स लिमिटेड और ग्लोबल सर्विसेज FZE के ऑडिट में यह बात सामने आई है कि उन्हें की गई 34 मिलियन यूरो यानी 276 करोड़ रुपये की पेमेंट ‘संदिग्ध’ थी।

था, जिनमें टेंडर, पेमेंट्स और अन्य डिटेल्स को लेकर चर्चा की गई थी।  टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक  कासाना ने मिशेल की फर्मों के ऑडिट के लिए दुबई की यात्रा की थी। इस दौरान उसने पाया था कि अगुस्टा वेस्टलैंड की ओर से मिशेल को दी गई 276 करोड़ रुपये की रकम के खर्च में विसंगतियां हैं।

इस मसले पर कासाना ने जब मिशेल और उसके ऑफिस मैनेजर से सवाल किए तो वे सही जवाब न दे सके। दोनों इस बड़ी रकम के इस्तेमाल को लेकर संतोषजनक जानकारी नहीं दे सके। मिशेल का तो अब भी यह दावा है कि उसने अगुस्टा वेस्टलैंड से कंसल्टेंसी फीस ली थी। हालांकि जांचकर्चाओं का कहना है कि यह घूस थी और उसने कंपनी को कोई कंसल्टेंसी नहीं दी थी। मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी सीबीआई का कहना है कि यह जानकारी अगली चार्जशीट में अहम भूमिका अदा करेगी। सीबीआई की हिरासत में चल रहे मिशेल ने पहले ही यह स्वीकार कर लिया है कि उसने ऐंग्लो-इटैलियन फर्म से रकम हासिल की थी।

मिशेल ने माना त्यागी फैमिली को दी थी रकम
पूर्व एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी और उनके परिजनों के बारे में पूछे जाने पर मिशेल ने उन्हें रकम देने की बात स्वीकार की। मिशेल ने माना कि उसने कुछ महीनों तक त्यागी और उनके परिवार को प्रतिमाह 11,000 डॉलर की रकम दी थी। यही नहीं मिशेल ने वायुसेना के कई अन्य पूर्व अधिकारियों और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के भी नाम लिए हैं, जिनसे उसकी लगातार मुलाकातें होती थीं।

रिटायरमेंट के बाद भी लॉबिंग में जुटे थे एसपी त्यागी
सीबीआई ने कुछ फैक्स भी हासिल किए हैं, जो मिशेल और अगुस्टा वेस्टलैंड के बीच किए गए थे। इन फैक्सों से यह भी पता चलता है कि एसपी त्यागी अपने रिटायरमेंट के बाद भी अगुस्टा वेस्टलैंड डील के लिए लॉबिंग करने में जुटे थे।