सूरत-ए-हाल का बग़ौर जायज़ा और हक़ायक़ का पता चलाना अहम चैलेंज

हैदराबाद ३० नवंबर (प्रॆस् नोट) चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने कहा है कि पुलिस ओहदेदारों के लिए सब से बड़ा चैलेंज ये है कि सूरत-ए-हाल का बग़ौर जायज़ा लिया जाय और सच्चाई का पता चलाया जायॆ।

2008 ए‍ बैच के लिए नए भर्ती शूदा डिप्टी सुप्रीडॆन्ट्स् पुलिस के बैच से आज यहां अपने कैंप ऑफ़िस पर ख़िताब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहाकि ये बहुत ज़रूरी है कि पुलिस ओहदेदारों को चाहीए कि वो दोनों फ़रीक़ैन की शिकायात यकसाँ समाअत करें और सही नतीजा पर पहूंचें। उन्होंने कहा कि उन की हुकूमत मुख़्तलिफ़ अजी टेशनों से हत्ता कि एक रबर बुलेट के इस्तिमाल के बगै़र, पुरअमन तौर पर निमट रही है।

इस काम के लिए बेपनाह सब्र-ओ-तहम्मुल की ज़रूरत है लेकिन ये भी ज़रूरी है कि मतलूबा नताइज बरामद किए जाएं। ना सिर्फ अमन-ओ-क़ानून की बरक़रारी के लिए बल्कि अवाम में एतिमाद बरक़रार रखने के लिए पुलिस को इंतिहाई अहम रोल अदा करना पड़ता है।

चीफ़ मिनिस्टर ने कहाकि किसी सब डीवीजनल पुलिस ऑफीसर को ओहदा सँभालने के बाद सब से पहली ज़िम्मेदारी ये होती है कि वो ख़ुद को महल वक़ूअ और अपने हदूद में अवाम के ज़हनों से वाक़फ़ीयत हासिल की जायॆ। मिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने कहाकि पुलिस ओहदेदारों को चाहीए कि वो इंतिज़ामीया के साथ मोस्सर तआवुन करते हुए इस बात को यक़ीनी बनाईं कि मुताल्लिक़ा इलाक़ों के ग़रीब अवाम को गुज़र बसर और तालीम की सहूलतें फ़राहम की जाएं।

चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्रा और उड़ीसा से मतसला आंधरा प्रदेश के दौर दराज़ इलाक़ों में सड़कों की तामीर और दीगर सहूलतों की फ़राहमी के लिए 2600 करोड़ रुपय मंज़ूर किए गए हैं। नए भर्ती शूदा डिप्टी सपरिडॆन्ट् पुलिस ने उन्हें चैलेंजों से भरपूर ओहदा दिए जाने पर चीफ़ मिनिस्टर से इज़हार-ए-तशक्कुर किया और यक़ीन दिलाया कि वो हुकूमत के एतिमाद पर खरा उतरेंगी।

आंधरा प्रदेश पब्लिक सरवेस कमीशन के ज़रीया 58 डिप्टी सपरनटनडनट पुलिस की भर्तियां की गई हैं जिन में 23 ख़वातीन हैं।

ये पहला मौक़ा है कि हिंदूस्तान भर में किसी भी बीच के लिए ख़वातीन की इस हद तक कसीर तादाद में भर्तियां की गई हैं। ऐडीशनल डायरैक्टर जनरल (ट्रेनिंग) तेज दीप कौर मेनन ने भी इस इजलास में शिरकत की।