‘सेक्स टॉय’ की तरह रखी गई हैदराबादी खातून

लंदन, 22 फरवरी: लंदन में घरेलू कामकाज के लिए गई हैदराबाद की एक खातून पांच साल तक बलात्कार, मारपीट और धमकियों के तले जीती रही। लंदन में अदालत के मुताबिक इस खातून को ‘एक सेक्स टॉय’ और बंधुआ मज़दूर की तरह रखा गया।

इस 39 साल की खातून का नाम ज़ाहिर नहीं किया गया है। साल 2003 से ले कर 2006 तक इस औरत ने तीन घरों में काम किया और इसे महज़ 2300 पाउंड या 1.80 लाख रुपये के बराबर रकम मिली।

जबकि इसे बरतानी कानून के मुताबिक कम से कम 80 लाख से 1.20 करोड़ रुपये मिलना चाहिए था।

इस मामले में पांच लोगों को मुल्ज़िम बनाया गया है। इन लोगों पर इस्मतरेज़ि, इस्तेहसाल, तशद्दुद से लेकर इंसानी तस्करी तक के इल्ज़ाम है। सभी मुल्ज़िमो ने इल्ज़ाम से इनकार किया है।

इस औरत से साल के 365 दिन रोज़ 16 घंटे तक काम लिया जाता था। उनसे उनका पासपोर्ट वहां जाते ही ले लिया गया था।

जब उनसे ज्यूरी ने बात की तो उन्होंने कहा, “मैं केवल अपने बच्चों का मुस्तकबिल ( Future) बनाना चाहती थी और उन्हें सरकारी स्कूल में पढ़ाना चाहती थी।”

पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान इस खातून ने कहा, “मैं अनपढ़ हूं, इसलिए मुझसे बुरा सुलूक किया जाता है। वो मुझे ज़रा भी चैन नहीं लेने देते थे।”

इस खातून ने सबसे पहले एक सुपर मार्केट के मैनेजर अलीमुद्दीन मोहम्मद और उनकी बीवी शमीनी यूसूफ़ के यहां काम किया।

उसके बाद इन्होंने एक दुकान की मालिक शहनाज़ बेगम और एनकार्टा बालापोवी के यहां काम किया। तीसरी नौकरी इन्होंने शशी ओबराय और उनके शौहर बलराम के यहाँ की।

सरकारी वकील कैरोलीन ह्यूज ने इल्ज़ाम लगाया कि मुल्ज़िमीन ने मुतास्सिर खातून को “जब चाहा तब घरेलू नौकर की तरह, जब चाहा तब एक सेक्स टॉय की तरह और जब चाहा एक मजदूर की तरह इस्तेमाल किया।”

अलीमुद्दीन मोहम्मद के ऊपर 2005 से 2007 के बीच जिंसी इस्तेहसाल का इल्ज़ाम है जबकि इनकी बीवी के ऊपर मारपीट और चोट पहुंचाने के इल्ज़ाम लगे हैं।

शहनाज़ बेगम और एनकार्टा बालापोवी के ऊपर किसी इंसान को इस्तेहसाल के लिए ब्रिटेन में लाने का इल्ज़ाम है। बालापोवी के ऊपर जुलाई और अक्टूबर 2007 के बीच पांच बार रेप करने का इल्ज़ाम है।

शशी ओबराय और उनके शौहर बलराम के ऊपर मानव तस्करी और जान से मारने की धमकी देने का इल्ज़ाम लगा है। इस मामले की सुनवाई चल रही है।

——–बशुक्रिया: अमर उजाला