हिंसा पर काबू पाने के लिए दार्जिलिंग पहुंची सीएम ममता बनर्जी

सिलीगुड़ी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दार्जिलिंग में मौजूदगी और गोजमुमो द्वारा आहूत बंद को देखते हुए शुक्रवार को दार्जिलिंग शहर को किले में तब्दील कर दिया गया। शुक्रवार को गोजमुमो ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था। इसे देखते हुए यहां सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये। राज्य पुलिस के साथ ही सेना ने भी मोरचा संभाल लिया है।

सेना के जवान दार्जिलिंग में विभिन्न स्थानों पर फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
दूसरी ओर बंद के चलते शुक्रवार को पहाड़ में सन्नाटा पसरा रहा। आमतौर पर ट्रैफिक जाम से परेशान रहनेवाले दार्जिलिंग शहर की सड़कों पर केवल पुलिस-प्रशासन व सेना की गाड़ियां ही दिखीं।

शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सेना के जवान गाड़ी में सवार होकर फ्लैग मार्च कर रहे हैं। छोटी-बड़ी सभी दुकानें बंद हैं। शहर के चौक बजार से लेकर जज बजार तक सभी जगह पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। दार्जिलिंग के साथ ही कालिम्पोंग, कर्सियांग और मिरिक में भी बंद का असर देखा गया।

सड़कों पर गाड़ियां नहीं चलीं। सुबह से ही मोरचा समर्थक विभिन्न स्थानों पर पिकेटिंग कर रहे थे। जितनी भी गाड़ियां आ रही थीं, सभी को मोरचा समर्थक रोक रहे थे। सिर्फ पर्यटकों की गाड़ियों को ही जाने दिया जा रहा था।