हिज़्बुल्लाह पर ब्रिटेन ने लगाई प्रतिबंध, आतंकवाद की सूची में शामिल किया!

लेबनान के विदेश मंत्री ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह के बारे में ब्रिटेन के रुख़ का कोई सीधा प्रभाव नहीं होगा क्योंकि बैरूत को कुछ अन्य देशों की ओर से भी इसी प्रकार की नीतियों की आदत हो गई है।

जिबरान बासील ने यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों की प्रभारी फ़ेडरिका मोगरीनी के साथ एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में कहा कि अगर पूरी दुनिया भी प्रतिरोध को आतंकवाद का प्रतीक बताए तो इससे सच्चाई नहीं बदल सकती और प्रतिरोध, आतंकवाद के प्रतीक में नहीं बदल सकता।

इस अवसर पर मोगरीनी ने भी कहा कि हिज़्बुल्लाह के संबंध में ब्रिटेन की नीति से, इस संगठन के बारे में यूरोपीय संघ की नीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

इस बीच फ़्रान्स के राष्ट्रपति एमानोएल मैक्रां ने भी हिज़्बुल्लाह के राजनैतिक बहिष्कार की आलोचना करते हुए कहा है कि पेरिस, लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन की राजनैतिक शाखा से सहयोग कर रहा है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा कि कोई भी देश लेबनान के एक एेस दल को, जो इस देश की सरकार में शामिल हो, आतंकवाद की सूची में नहीं रख सकता और लेबनानी सरकार में शामिल हिज़्बुल्लाह के राजनैतिक धड़े से हमारा सहयोग जारी है।

ज्ञात रहे कि ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को प्रतिरोध के ख़िलाफ़ वाॅशिंग्टन व तेल अवीव के सुर में सुर मिलाते हुए इस देश में हिज़्बुल्लाह संगठन की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया।

ब्रिटिश गृहमंत्री साजिद जावेद ने यह दावा करते हुए कि लेबनान का हिज़्बुल्लाह संगठन, ब्रिटेन की सुरक्षा के लिए ख़तरा है, इस संगठन का नाम आतंकवादी गुटों की सूची में शामिल किए जाने की सूचना दी है।