हिस्टोरिकल हिन्दू जगहों का इस्लामीकरण करना गहरी साजिश: अग्निशेखर

जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के संगठनों ने ‘कश्मीर फोर्ट फेस्टिवल’ में वहां के मशहूर  ‘हरि पर्वत’ को ‘कोह-ए-मारण’ नाम दिए जाने को लेकर जम्मू-कश्मीर टूरिज्म डिपार्टमेंट की कल को आलोचना की ।  उनका कहना है कश्मीरी पंडितों को पहले तो अपने देश से धर्म के आधार पर जिहादी और अलगाववादियों ने बेहाल कर किया, बाद में उनके धार्मिक जगहों के नाम बदलने का षडयंत्र रचा जा रहा है।

‘जम्मू फॉर इंडिया’ के अध्यक्ष और पनुन कशिर के फाउंडर अग्निशेखर ने कहा है कि, ‘कोह-ए-मारण’ का मतलब होता है। उन्होंने कहा कि, पीडीपी-बीजेपी की सरकार ने षडयंत्र रचा कर इसका नाम बिगाडकर ‘कोह-ए-मारण’ किया है । अग्निशेखर ने कहा कि, मुफ्ती मोहम्मद सईद के पहले कार्यकाल में भी ‘हरि पर्वत’ का नाम बदलकर ‘हरा पर्वत’ रखने की कोशिश की गई थी।

इसी तरह श्रीनगर के ‘शंकराचार्य पर्वत’ का नाम भी बदलकर ‘कोह-ए-सुलेमान’ करने की कोशिश भी हिन्दु द्रोहीयों की तरफ से जारी है । उन्होंने कहा कि, यह कश्मीर के ऐतिहासिक हिन्दू जगहों का इस्लामीकरण करने की गहरा षडयंत्र है जिसे सहा नहीं जाएगा ।