हुकूमत की आम सहमति से पुलिस का ज़ुलम तेलंगाना हामीयों को ललकारा गया, जी किशन रेड्डी का इल्ज़ाम

तेलंगाना मार्च के सिलसिले में इंदिरा पार्क ता नीकलस रोड सदर रियास्ती बी जे पी मिस्टर जी किशन रेड्डी की ज़ेर-ए-क़ियादत एक बड़ी रियाली मुनज़्ज़म की गई। इस रियाली में हज़ारों बी जे पी कारकुनों-ओ-क़ाइदीन( कार्यकर्ताओं व नेताओं ) बिशमोल मसरस बंडा रो दत्तातरीय, सी ऐच विद्या सागर राव‌ साबिक़ मर्कज़ी वुज़रा, डाँक्टर के लक्ष्मण, एन इंद्रसेन रेड्डी, ई लक्ष्मी ना रावना, एन ऐम श्रिनिवास रेड्डी असैंबली मेम्बर‌ बी जे पी-ओ-दीगर क़ाइदीन ने भी हिस्सा लिया।

इस मौखे पर बी जे पी क़ाइदीन जी किशन रेड्डी सदर रियास्ती बी जे पी, एन इंद्रसेन रेड्डी सीनीयर क़ाइद बी जे पी ने पुलिस पर तेलंगाना मार्च में हिस्सा लेने केलिए आने वाले तेलंगाना हामीयों के साथ ज़ुलम-ओ-ज़्यादती करने और रोकने का इल्ज़ाम आइद किया और कहाकि दरहक़ीक़त पुलिस ने हुकूमत की ईमा पर तेलंगाना मार्च और हुसूल अलैहदा रियासत तेलंगाना केलिए जारी जद्द-ओ-जहद को नाकाम बनाने की कोशिश की।

इन बी जे पी क़ाइदीन ने पुलिस के तेलंगाना हामीयों के साथ इख़तियार करदा तर्ज़ अमल की सख़्त मुज़म्मत की और कहाकि हुकूमत और पुलिस ने तेलंगाना मार्च की इजाज़त दे कर भी तेलंगाना मार्च को नाकाम बनाने केलिए हर जगह गाड़ीयों को रोक कर तेलंगाना मार्च में हिस्सा लेने से अवाम को बाज़ रखने की कोशिश की। लेकिन इस के बावजूद लाखों की तादाद में तेलंगाना हामीयों ने किसी ना किसी तरह पुलिस को चकमा दे कर तेलंगाना मार्च में हिस्सा लिया।

इन क़ाइदीन ने पुलिस पर तेलंगाना हामीयों को उकसाने का भी इल्ज़ाम आइद किया और कहाकि पुलिस ने तेलंगाना हामीयों के साथ ग़ैर शाइस्ता रवैय्या इख़तियार करके उन्हें मुश्तइल करके उन अफ़राद पर लाठीयां बरसाईं। जिस से कई अफ़राद ज़ख़मी हुए। बी जे पी क़ाइदीन ने रियास्ती हुकूमत को सख़्त इंतिबाह दिया कि पुलिस की ज़्यादतियों से पेश आने वाले हालात केलिए रियास्ती हुकूमत और पुलिस ही रास्त ज़िम्मेदार होगी क्योंकि रियास्ती हुकूमत पुलिस के ज़रीया तेलंगाना जद्द-ओ-जहद को हरगिज़ कुचल नहीं सकेगी और हुकूमत तेलंगाना जद्द-ओ-जहद को कुचलने की जितनी कोशिश करेगी उतनी ही तेलंगाना जद्द-ओ-जहद मज़बूत-ओ-मुस्तहकम होगी।

बी जे पी क़ाइदीन ने तेलंगाना मार्च के सिलसिले में शहर आने वाले जिन क़ाइदीन कारकुनों और हामीयों को गिरफ़्तार किया है इन तमाम को फ़िलफ़ौर रिहा करने का परज़ोर मुतालिबा किया।