क़ज़ाफ़ी इंतिहाई ग़रीब शख़्स, इटली की गुलूकारा को 10 लाख डालर देने की तरदीद

तराबल्स, 27 सितंबर (राईटर)लीबिया के माज़ूल हुक्मराँ मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के आला तर्जुमान मुसा इबराहीम ने उन्हें निहायत ग़रीब शहरीयों में शामिल करते हुए कहा कि ये लीबिया के तेल से हासिल होने वाली रक़म का इस्तिमाल कभी भी उन के ख़ानदान ने अपने ऊपर नहीं किया और ये के कोई भी ये नहीं दिखा सकता कि क़ज़ाफ़ी के ख़ानदान के खाते में ख़तीर रक़म मौजूद है। बैन-उल-अक़वामी मीडीया से मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की तरफ़ से बातचीत करने वाले मुसा इबराहीम ने कहा कि ये क़ज़ाफ़ी के कुम्बा की ईमानदारी और शफ़्फ़ाफ़ियत का बैन सबूत है और ये कि वो बिलकुल आम लीबिया कुम्बा से ताल्लुक़ रखते हैं। ज़हन नशीन रहे कि गुज़श्ता महीने से क़ज़ाफ़ी रुपोश हैं क्योंकि वहां जंगजू मुसलसल उन की तलाश में हैं ये बात भी ज़हन नशीन रहनी चाहीए कि क़ज़ाफ़ी का कुम्बा ऐश पुरसताना ज़िंदगी गुज़ारने केलिए मशहूर रहा है। हाल ही में गुलूकारा नीली फ़रकीडो ने ये इन्किशाफ़ किया था कि उसे इटली में क़ज़ाफ़ी ख़ानदान के निजी प्रोग्राम में 45 मिनट का प्रोग्राम पेश करने केलिए दस लाख डालर दिया गया था। इस के इलावा उन के कुंबों की तक़रीबात में मारीया कैरी और बियोन्स नीलूस जैसी अदाकारराओं को बुलाया गया था। गुज़श्ता मई में सोइज़ रलैंड की हुकूमत ने बताया था कि यहां क़ज़ाफ़ी ख़ानदान के तक़रीबन 41 करोड़ 60 लाख डालर की गै़रक़ानूनी रक़म लगाऐंगे। बर्तानिया के एक अख़बार ने भी ये रिपोर्ट शाय की थी कि क़ज़ाफ़ी के बेटे सैफ़ उल-इस्लाम का लंदन में एक करोड़ 90 लाख डालर का मकान है जिस में नौ कमरों के इलावा एक सीवमिंग पोल और एक सिनेमा घर है। इन सब के बावजूद मुसा इबराहीम ने कहा कि लीबिया का ये कुम्बा वहां के ग़रीब तरीन कुंबों में शामिल है।