ग़ैरमुल्की अफ़्वाज नाकाम : अक़वाम-ए-मुत्तहिदा

अक़्वाम-ए-मुत्तहदा , 30 सितंबर (एजैंसीज़) सैक्रेटरी जनरल बाण की मून ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान में गुज़श्ता बरस के मुक़ाबिल तशद्दुद की कार्यवाईयों में इज़ाफ़ा हुआ है। अक़्वाम-ए-मुत्तहदा की रिपोर्ट में सैक्रेटरी जनरल के हवाले से कहा गया कि पुरतशद्दुद वाक़ियात के नतीजे में आम लोगों की हलाकतों में भी इज़ाफ़ा हुआ है। आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ अफ़्ग़ानिस्तान में परतशद्दुद वाक़ियात में गुज़श्ता बरस के मुक़ाबिल तक़रीबन 40 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया कि अफ़्ग़ानिस्तान में 2011-के पहले आठ माह के दौरान पुरतशद्दुद वाक़ियात की माहाना तादाद औसतन 2108 है। इन वाक़ियात में से दो तिहाई मलिक के जुनूबी और जुनूब मशरिक़ी इलाक़ों खासतौर पर क़ंधार और इस के आस पास के इलाक़ों में हुई। रिपोर्ट के मुताबिक़ अमरीकी क़ियादत में ग़ैर मुल्की अफ़्वाज की कोशिशों के बावजूद आम लोगों की हलाकतों में गुज़श्ता बरस के मुक़ाबिल 5 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है। काबुल में हालिया हमले और अहम शख़्सियात के सिलसिला वार क़तल के वाक़ियात के बाद ये ख़्याल ज़ोर पकड़ता जा रहा है कि दस बरस की जंग के बावजूद ग़ैर मुल्की अफ़्वाज सूरत-ए-हाल पर क़ाबू नहीं पा सकी हैं। मजमूई तौर पर जंग में तेज़ी के तनाज़ुर में देखा जाय तो परतशद्दुद कार्यवाईयों में इज़ाफे़ की बड़ी वजह तालिबान की जानिब से बमों और ख़ुदकुश हमलों का इस्तिमाल है। हुकूमत की हामी अफ़्वाज की जानिब से फ़िज़ाई हमलों में भी आम शहरी हलाक हो रहे हैं लेकिन ज़मीनी हमलों में भी आम लोगों की हलाकतों में 84 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है।