जनतादल (यूनाईटेड) के सदर शरद यादव ने आज कहा कि इलाक़ाई पार्टियां मर्कज़ में आइन्दा हुकूमत तशकील देने में अहम किरदार अदा करेंगी। वो सदर अवामी नेशनल कान्फ्रेंस खालिदा शाह से मुलाक़ात के बाद एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इलाक़ाई पार्टीयां मर्कज़ में आइन्दा हुकूमत तशकील देने में अहम किरदार अदा करेंगी क्योंकि लोक सभा में कांग्रेस के लिए नशिस्तों की तादाद में कमी हो जाएगी जबकि बी जे पी को कोई नुमायां फ़ायदा हासिल नहीं होगा। इस सवाल पर कि जम्मू-कश्मीर में कोई इमकानी हलीफ़ पार्टियां मौजूद हैं ताकि तीसरा महाज़ तशकील दिया जा सके, शरद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी रियास्ती पार्टी क़ाइदीन से माज़ी में भी बातचीत कर चुकी है और तमाम मुतबादिल राहें खुली रखी गई हैं।
उन्होंने कहा कि वो फ़ारूक़ अबदुल्लाह और मुफ़्ती मुहम्मद सईद दोनों से बात कर चुके हैं। एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को ख़ुसूसी मौक़िफ़ की ज़मानत देने वाले दस्तूर के दफ़ा 370 की बरक़रारी ज़रूरी है। ये सिर्फ़ जम्मू-कश्मीर के लिए नहीं बल्कि जुनूब मग़रिबी हिंद की रियास्तों के लिए भी है।
उन्होंने कहा कि बी जे पी के साथ राम मंदिर के अलावा दफ़ा 370 भी इख़तिलाफ़ात की एक वजह है। खालिदा शाह ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि शरद यादव और उनके साथीयों से उनकी मुलाक़ात का मक़सद उन्हें पार्लियामेंट में कश्मीर के मसाइल उठाने की तरग़ीब देना था। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में कश्मीर के मसाइल कोई भी नहीं उठा रहा है। हम चाहते है की ये क़ाइदीन ये मसाइल उठाएं।