मलेशीया के साबिक़ वज़ीरे आज़म महातिर मुहम्मद ने कहा है कि अपने दौरे वज़ारत उज़्मा में हुकूमती इदारों में रिश्वत का ख़ात्मा कड़ी सज़ाएं देकर किया जिस के बाद ही मलेशीया मआशी तौर पर मज़बूत होकर तरक़्क़ी याफ़्ता ममालिक की फ़ेहरिस्त में खड़ा हुआ।
एक सऊदी अख़्बार को दिए गए इंटरव्यू में महातिर मुहम्मद का कहना था कि उन्हों ने क़ुरआन की आयत तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन है और मेरे लिए मेरा दीन पर अमल करते हुए मज़हबी हम आहंगी पैदा की और मुस्लमान,
ईसाई और बुद्ध मत के मानने वालों के दरमयान फ़ासले ख़त्म कर दिए जबकि मज़हबी रहनुमाओं को एक दूसरे के अक़ाइद में दख़ल अंदाज़ी करने और मुख़ालिफ़ ब्यानबाज़ी से सख़्ती से रोका गया।