गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को गोरखपुर पहुंच रहे हैं. जहां सीएम योगी बीजेपी के ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ उत्तर प्रदेश अभियान’ का शुभारंभ करने अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचेंगे, वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बीआरडी मेडिकल कालेज में मौत का शिकार हुए बच्चों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचेंगे.
बीजेपी के क्षेत्रीय प्रवक्ता डॉ. सतेंद्र सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी अपने एक दिवसीय गोरखपुर दौरे के दौरान ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ उत्तर प्रदेश अभियान’ का शुभारंभ करेंगे. यह अभियान 20 से 25 अगस्त तक हर जिले में चलाया जाएगा. मुख्यमंत्री इसकी शुरुआत अंधियारी बाग मोहल्ले से करेंगे. योगी गोरखपुर के बाढ़ और इंसेफेलाइटिस प्रभावित इलाकों में भी भ्रमण करेंगे.
हाल ही में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ उत्तर प्रदेश अभियान’ की घोषणा की थी. वहीं, शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी गोरखपुर दौरे पर हैं. वह यहां उन बच्चों के घरवालों से मिलेंगे, जिनकी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने से मौत हो गई थी.
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉक्टर सैयद जमाल ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत को लेकर ही उनका यह दौरा हो रहा है. राहुल के दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. एसपीजी की टीम पहले ही गोरखपुर पहुंच गई है और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक और रूट रिहर्सल कर रही है.
कांग्रेस ने लखनऊ में किया था प्रदर्शन
कांग्रेस ने बच्चों की मौत के मामले को व्यापक स्तर पर उठाया है. घटना के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ की सड़कों पर बैठकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इस घटना पर अभी चर्चा चल ही रही है कि राहुल गांधी का गोरखपुर जाना मामले को और राजनीतिक हवा देने का काम कर सकता है. हालांकि, दूसरी तरफ घटना पर गोरखपुर के डीएम ने जांच रिपोर्ट दी है, उसमें उन्होंने बच्चों की मौत के लिए बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल और दूसरे डॉक्टर्स को जिम्मेदार ठहराया है.
रिपोर्ट में लापरवाही का दावा
डीएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल को ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स और ऑक्सीजन यूनिट के इंचार्ज डॉक्टर सतीश ने इसमें लापरवाही बरती है. रिपोर्ट में दावा है, ”सतीश को लिखित रूप से अवगत भी कराया गया था, लेकिन उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति में बाधा पैदा की. लिहाजा वह इसके लिए दोषी हैं. इसके अलावा स्टॉक बुक में लेन-देन का पूरा ब्योरा भी नहीं लिखा गया. सतीश की ओर से स्टॉक बुक का न तो अवलोकन किया गया और न ही उसमें हस्ताक्षार किया गया, जो सतीश की लापरवाही को दर्शाता है.”