मर्कज़ी देही तरक़्क़ी महकमा वज़ीर जयराम रमेश झारखंड की दारुल हुकूमत रांची वाक़ेय कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पीटल (केएमईएच) को अपने आँख अतिया करने का वादा किया।
रमेश ने अस्पताल के एक प्रोग्राम के दौरान यहां कहा, ”मैंने अपने आँख केएमईएच को अतिया करने का फैसला किया है और मैंने इसका दरख्वात भर दिया है। मैं चाहता हूं कि मेरा जनाज़ा झारखंड के सरंडा जंगल में किया जाए और मेरे आँख केएमईएच को अतिया किए जाएं।”
केएमईएच की तरफ से मुनाक़्क़ीद ‘रन फॉर विजन’ प्रोग्राम में इलाके के तालिबे इल्म समेत 1000 से ज़्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौड़ में रमेश, अस्पताल के बानी बी.पी.कश्यप और झारखंड के मेन सेक्रेटरी आर.एस. शर्मा ने भी हिस्सा लिया।
इस प्रोग्राम के तहत 30 जुलाई को मर्कज़ी देही तरक़्क़ी वज़ारत के तावून के के एमईएच में शुरू किए गए आँख कैंप का भी एख्तेमाम किया गया। इस कैंप में 114 गांवों के तकरीबन 2,000 लोगों के आंकों की जांच की गई। यह जांच इलाके में नक्सलियों से लड़ने के लिए बनाए गए सरयु एक्शन प्लान का हिस्सा है।
केएमईएच ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की मदद से 17 बच्चों समेत 250 लोगों के आँखों का ऑपरेशन किया।
रमेश ने नक्सल मुतासीर इलाके में कैंप लगाने के लिए भारती कश्यप की तारीफ करते हुए कहा, ‘रियासत में आफत को खत्म करने के लिए झारखंड को भारती कश्यप जैसे डॉक्टरों की जरूरत है।”