अक़लियती बहबूद: यूपी हुकूमत का झूटा प्रोपगंडा

लखनऊ 03 अप्रैल:मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़लीयाती उमूर नजमा हेपतुल्ला ने उतर प्रदेश हुकूमत को अक़लियती बहबूद का झूटा प्रोपगंडा चलाने का इल्ज़ाम ठहराया और कहा कि अगर इस रियासत में वक़्फ़ इमलाक की तफ़सीलात फ़राहम नहीं किए तो वो धरना मुनज़्ज़म करने पर मजबूर होजाएंगी। उन्होंने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत में इल्ज़ाम लगाया कि एस हुकूमत अक़लियती भलाई के झूटे प्रोपगंडे में शामिल हो रही है। वो वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ज़ेरे क़ियादत हुकूमत की तरफ से जारी तालीमी, रोज़गार और फ़न्नी तरक़्क़ी के कामों में तआवुन नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि ना आज़म ख़ान, ना वज़ीर रियासती वक़्फ़ बोर्ड और ना ही इन ओहदेदारों ने नेशनल वक़्फ़ कौंसिल की मीटिंग में शिरकत की। वो तो मुक्तो बात का जवाब तक नहीं देते। वज़ीर मौसूफ़ा ने कहा कि वो मर्कज़ की तरफ से अक़लियती बहबूद के सिलसिले में मुख़तस फ़ंडज़ के इस्तेमाल की बाबत अस्नाद नहीं देते हैं, जिससे मज़ीद फ़ंडज़ की इजराई रुक जाती है। नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि यू पी वक़्फ़ बोर्ड लग भग 15 लाख करोड़ रुपये की वक़्फ़ इमलाक की तफ़सीलात फ़राहम नहीं कर रहे हैं।

इस वजह से जो इमलाक जो अक़लियतों की भलाई के लिए इस्तेमाल की जा सकती थीं, उनका रियासती हुकूमत की ज़ेरे सरपरस्ती अश्ख़ास की तरफ से इस्तिहसाल (एक्सप्लोइटेशन) किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर यूपी का महिकमा वक़्फ़ इन इमलाक की तफ़सीलात फ़राहम नहीं करता है, वो यहां धरना मुनज़्ज़म करने पर मजबूर होजाएंगी। मर्कज़ी वज़ीर ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म मोदी ने माइनॉरिटी फाइनैंस
डेवलपमेंट कारपोरेशन के कॉर्प्स फ़ंड को 1500 करोड़ रुपये से दुगना करते हुए 3000 करोड़ रुपये कर दिया, जो यूपीए हुकूमत के इक़तिदार में ज़ेर अलतवा था।