अक़लीयती इदारों से हुकूमत की अदम दिलचस्पी का नतीजा ?

हैदराबाद 1 जून, ( सियासत न्यूज़) हुकूमत ने पहले ही से मसाइल से दो-चार और ओहदेदारों की कमी के सबब अदम कारकर्दगी का शिकार महकमा अक़लीयती बहबूद को अमलन माज़ूरीन और मुअम्मरीन के इदारा के हवाला कर दिया है।

अक़लीयती बहबूद के दो अहम इदारों के इंचार्ज की हैसियत से हुकूमत ने आज माज़ूरीन और मुअम्मरीन की भलाई के इदारा के डायरेक्टर का तक़र्रुर किया है। इस सिलसिले में चीफ़ सेक्रेट्री पी के मोहंती ने जी ओ आर टी 2452 जारी किया।

मिस्टर सी प्रभाकर आई ए एस डायरेक्टर बहबूदी माज़ूरीन और मुअम्मरीन हैदराबाद को कमिशनर डायरेक्टर अक़लीयती बहबूद और नायब सदर नशीन और मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फाइनेंस कारपोरेशन के ओहदों की ज़ाइद ज़िम्मेदारी दी गई है।

मिस्टर एम ए वहीद की आज वज़ीफ़ा पर सुबकदोशी के बाइस ये ओहदे ख़ाली हुए। मिस्टर एम ए वहीद नायब सदर नशीन और मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फाइनेंस कारपोरेशन की हैसियत से ख़िदमात अंजाम दे रहे थे और वो कमिशनर अक़लीयती बहबूद की ज़ाइद ज़िम्मेदारी सँभाले हुए थे।

इन दोनों अहम इदारों पर मुस्तक़िल ओहदेदारों के तक़र्रुर के बजाय हुकूमत ने एक दूसरे इदारा के ओहदेदार को ज़ाइद ज़िम्मेदारी देते हुए फिर एक मर्तबा अक़लीयती इदारों के बारे में अपनी अदम दिलचस्पी का मुज़ाहरा किया है।

आख़िरकार चीफ़ सेक्रेट्री ने बहबूदी माज़ूरीन और मुअम्मरीन इदारा के डायरेक्टर सी प्रभाकर आई ए एस को इन दोनों इदारों की ज़ाइद ज़िम्मेदारी सौंप दी है। वाज़ेह रहे कि अक़लीयती बहबूद के दीगर दो इदारे वक़्फ़ बोर्ड और उर्दू एकेडमी की ज़ाइद ज़िम्मेदारी दो ओहदेदार सँभाले हुए हैं।

आख़िर हुकूमत अक़लीयती इदारों के साथ कब तक इस तरह का सुलूक करेगी और मुस्तक़िल ओहदेदारों का तक़र्रुर करने में क्या चीज़ माअनी हैं। यूं तो हुकूमत के पास ओहदेदारों की कमी नहीं फिर भी तक़र्रुर का ना किया जाना हुकूमत की अदम दिलचस्पी को ज़ाहिर करता है।

इसी दौरान वज़ीरे अक़लीयती बहबूद अहमद उल्लाह ने बताया कि हुकूमत मिस्टर एम ए वहीद की ख़िदमात महकमा अक़लीयती बहबूद में किसी और अंदाज़ में हासिल करने पर ग़ौर कर रही है।