अक़ल्लीयतों को मुख़ालिफ़ तिलंगाना से जोड़ने की कोशिश

हैदराबाद।26 सितंबर,( सियासत न्यूज़) अलहदा रियासत तलंगाना तहरीक की शिद्दत को कम करने केलिए मुख़ालिफ़ीन तिलंगाना की जानिब से तमाम हरबे इख़तियार करने के बाद अब एक मर्तबा फिर अक़ल्लीयतों का इस्तिहसाल करते हुए तलंगाना मसला से उन्हें मुख़ालिफ़ तलंगाना के तौर पर जोड़ने की कोशिशें की जा रही हैं। मुख़ालिफ़ीन तलंगाना अलहदा रियासत तलंगाना तहरीक की शिद्दत को कम करने केलिए हड़ताली मुलाज़मीन को इंतिबाह देने के इलावा बाअज़ इदारों के आरिज़ी मुलाज़मीन की बरतरफ़ी करते हुए भी ये देख लिया कि किसी भी किस्म की कार्रवाई की सूरत में मुलाज़मीन तिलंगाना हामी तहरीक से दस्तबरदार होने वाले नहीं हैं। इलावा अज़ीं हुकूमत ने काम नहीं तो तनख़्वाह नहीं का ऐलान करते हुए अपनी शिद्दत पसंदी का मुज़ाहरा किया और मुलाज़मीन की तहरीक को कमज़ोर करने की कोशिश की लेकिन इस के बावजूद भी तलंगाना तहरीक की शिद्दत में कमी के कोई आसार दिखाई ना देने पर मुख़ालिफ़ीन तलंगाना ने तहरीक को मज़हबी ख़ुतूत पर तक़सीम करने की कोशिशों का आग़ाज़ करदिया है।मुख़ालिफ़ीन तलंगाना की जानिब से अचानक शुरू होने वाली इस मुहिम ने कई ख़दशात पैदा करदिए हैं। तलंगाना तहरीक की शिद्दत से दिलबर्दाशता क़ाइदीन ने चंद अक़ल्लीयती क़ाइदीन का इस्तिमाल करते हुए उन के ज़रीया मुख़ालिफ़ तहरीक ब्यानात का सिलसिला शुरू करदिया है जिस से मज़हबी मुनाफ़िरत फैलने का ख़दशा है।अलहदा रियासत तलंगाना तहरीक में हैदराबाद के इलावा तलंगाना के 9अज़ला में मुस्लमान-ओ-अक़ल्लीयती बिरादरी से ताल्लुक़ रखने वाले अवाम बड़ी तादाद में शामिल हैं जो कि अलहदा रियासत तलंगाना के हुसूल केलिए जद्द-ओ-जहद कररहे हैं। गुज़श्ता यौम हैदराबाद के नवाही इलाक़े बाला नगर में एक मुस्लिम आटो ड्राईवर ने हुसूल तलंगाना में ताख़ीर से दिलबर्दाशता होकर ख़ुदकुशी करली।हुकूमत की जानिब से तहरीक तलंगाना से निमटने केलिए किए जाने वाले तमाम इक़दामात की नाकामी के बाद अचानक शुरू हुए अक़ल्लीयती क़ाइदीन के ब्यानात के सिलसिला से ये तास्सुर पैदा होरहा है कि मुस्लमान अलहदा रियासत तलंगाना के मुख़ालिफ़ हैं जबकि हक़ीक़त इस के बरअक्स है जो कि ज़िमनी इंतिख़ाबात में मुस्लिम राय दहिंदों ने वाज़िह करते हुए हलक़ा असैंबली निज़ाम आबाद ( अर्बन ) से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को भारी अक्सरीयत से कामयाबी दिलवाने में अहम किरदार अदा किया ही।तहरीक तलंगाना की क़ियादत कररहे सयासी क़ाइदीन ,तलबा यूनियनों के क़ाइदीन, समाजी क़ाइदीन के इलावा दीगर ज़िम्मा दारान को भी इस बात का एहसास अक़ल्लीयती बिरादरी में पैदा करना चाहीए कि तलंगाना तहरीक में सिर्फ अक्सरीयती बिरादरी ही नहीं बल्कि अक़ल्लीयती बिरादरी भी जोश-ओ-ख़ुरोश के साथ हिस्सा ले रही ही।इक़तिदार के हरीस क़ाइदीन का हमेशा से ही ये वतीरा रहा है कि वो जब भी किसी तहरीक को कामयाब होता देखते हैं तो उसे नाकाम बनाने केलिए अपनी आख़िरी चाल के तौर पर तहरीक को मज़हबी ख़ुतूत पर मुनक़सिम करने की कोशिश करते हैं जिस की मिसाल जंग-ए-आज़ादी हिंद में भी हमें मिलती है।