अखिलेश यादव इस्तीफा दें : मायावती

बसपा की कौमी सदर मायावती ने उत्तर प्रदेश में चार-पांच दिन में उत्तर प्रदेश में कानून‍ -निज़ाम की बेहद खराब हालत पर रियासती हुकूमत को कठघरे में खड़ा किया और वज़ीर ए आला अखिलेश यादव से इस्तीफे की मांग की। उन्होंने आज बदायूं जाने से पहले अपने रिहायशगाह पर प्रेस कांफ्रेंस में रियासत मे सदर राज नाफिज़ करने की मांग करने के साथ ही रियासत की अखिलेश सरकार पर आफीसरो की तरफ से के सियासत का इल्ज़ाम लगाया ।

मायावती ने आज कहा कि लोकसभा इंतेखाबात के नतीजे आने के बाद से जिस तरह से हालात उत्तर प्रदेश में हो गए हैं उससे आम आदमी की ज़िंदगी मुश्किल में पड़ गयी है। ख्वातीन व बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। और तो और नाबालिग बच्चियों के साथ भी गैंगरेप हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब मेरा बदायूं जाने का प्रोग्राम बना तो यूपी सरकार ने फौरन सीबीआई जांच की मंज़ूरी दे दी।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात बेहद खराब हैं। बैंक लूटे जा रहे हैं और चारों ओर माफिया तथा गुंडाराज कायम है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बारे में उन्होंने कहा कि उनके बारे में क्या कहना वो तो खुले मंच से बलात्कारियों की वकालत करते हैं। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश का कानून निज़ाम पूरी तरह से तबाह हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए गवर्नर को उत्तर प्रदेश में सदर राज नाफिज़ करनी चाहिए।

मायावती से हुकूमत की तरीकेकार पर सवालिया निशान भी लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की हुकूमत तो आफीसरों पर सियासीबाजी कर रही है। चीफ सेक्रेटरी जावेद उस्मानी को सिर्फ इसी वजह से हटा दिया गया क्योंकि लोकसभा इंतेखाबात में उनकी मदद से मुसलमानों का वोट सपा को नहीं मिला। इस काम से काबिल अफसर हौसला शिकनी होते हैं।