अगर आप शादीशुदा हैं और यौन संबंध को बनाना चाहते हैं बेहतर, जानना है आपके लिए जरूरी!

पीरियड्स के समय सेक्‍स करने में कोई दिक्‍कत नहीं है, लेकिन प्रोटेक्‍शन का इस्‍तेमाल बहुत जरूरी है. महिलाओं के पीरियड्स के समय होने वाले रक्‍तस्राव में बैक्‍टीरिया पनपने की आशंका ज्‍यादा होती है. अगर उस दौरान बिना किसी सुरक्षा या कंडोम के यौन संबंध बनाया जाए तो पुरुष को भी इंफेक्‍शन होने की आशंका बढ़ जाती है.

प्राचीन आयुर्वेद में भी यह लिखा गया है कि मासिक रक्‍सस्राव के समय यौन संबंधों से दूरी बनाकर रखी जाए.जहां तक आपकी समस्‍या का सवाल है तो पीरियड्स के समय असुरक्षित संबंध बनाने के कारण आपके लिंग में कोई इंफेक्‍शन हो गया है.

आप बिलकुल भी समय बर्बाद किए बगैर तुरंत किसी अच्‍छे डॉक्‍टर से संपर्क करें और अपना इलाज करवाएं. डॉक्‍टरी सलाह के बगैर अपने मन से अपना इलाज करने की कोशिश न करें. और हां, किसी भी प्रकार की चिंता या परेशानी को अपने दिमाग से निकाल दें.

यह कोई बड़ी समस्‍या नहीं है. कोई मामूली इंफेक्‍शन होगा, जो दवाइयों के सेवन से ठीक हो जाएगा.सेक्‍स के मामले में तो यह बात पूरी तरह लागू होती है कि हम जो चाहें, कर सकते हैं, बस सावधानी और सुरक्षा बहुत जरूरी है. अब वक्‍त बदल रहा है.

विज्ञान ने काफी प्रगति कर ली है, इसलिए इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि संबंध बिलकुल नहीं बनाने चाहिए. पीरियड्स के समय यौन संबंध बनाने में कोई नुकसान नहीं है, लेकिन चूंकि उस दौरान इंफेक्‍शन का डर ज्‍यादा होता है, इसलिए कंडोम का इस्‍तेमाल जरूरी है.

अगर सुरक्षा का पूरा ख्‍याल रखा जाए तो पीरियड्स के दौरान सेक्‍स से कोई नुकसान नहीं है, बल्कि कई महिलाओं के लिए पी‍रियड्स के समय सेक्‍स का अनुभव ज्‍यादा आनंददायक होता है.

पीरियड्स एक तरह से नैचुरल लुब्रीकेंट का काम करते हैं और महिला को खासतौर पर ज्‍यादा आनंद का अनुभव होता है.इसलिए पीरियड्स के समय सेक्‍स करना या न करना, दो व्‍यक्तियों की मानसिक और शारीरिक इच्‍छा पर ही निर्भर है.