अच्छे दिनों के सपने और पीएम मोदी के वादे अधूरे:शिवसेना

मुंबई। एनडीए की हिमायती शिवसेना ने एक बार फिर PM नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी के खास अख़बार सामना में कहा कि मोदी ने गुजरात में जो किया, वह नेशनल स्तर पर उस काम को पूरा करने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। एलान की गई थीं, वादे किए गए थे, अच्छे दिनों का सपना दिखाया गया, लेकिन लोगों को इनमें से कुछ भी नहीं मिला। सामना में लिखा गया कि 10 वज़ारत के सेक्रेटरी स्तर के हुक्काम के ट्रांसफर का जिक्र करते हुए कहा कि PM ने अयोग्य नौकरशाहों को घर भेजने का हुक्म जारी किया है।

ऐसे में लोग अच्छे दिन की आस से खुश हैं। लेख के मुताबिक मोदी अब तक के सबसे मजबूत और मक़बूल प्रधानमंत्री हैं, लेकिन उन्हें भी लालफीताशाही की ओर से परेशानी हो रही है। करीब दो साल बीत चुके हैं, लेकिन करप्शन , महंगाई, किसानों की समस्याएं और बेरोजगारी जैसे मसले अब भी बरकरार हैं। सरकार ने इसका ठीकरा नौकरशाही पर फोड़ा है। यदि अच्छे दिन लाने का सपना साकार करने में प्रधानमंत्री को नौकरशाही की रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

हेमा को जमीन देने में तो रुकावट नहीं आई शिवसेना के अखबार में मुंबई में भाजपा मेंबर और अदाकारा हेमा मालिनी को करोड़ों का भूखंड महज 70 हजार रुपये में देने का भी जिक्र किया है। इस प्लाट को अलॉट करने में नौकरशाही ने कोई रुकावट नहीं डाली, इसलिए यह कहना सही नहीं होगा कि नौकरशाही सरकार की सुनती नहीं है। अगर CM या PM किसी चीज को करना चाहते हैं तो वह आसानी से ऐसा कर सकते हैं।