अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्र पथ पर राजधर्म के साथ चलना सिखाया- सत्रुघ्न सिन्हा

पूर्व प्रधानमंत्री, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। वाजपेयी कई वर्षों से बीमार चल रहे थे। तबीयत ज्यादा खबर होने के बाद उन्हें 11 जून को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया था जहां वे कुछ दिनों तक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रहने के बाद अंतिम सांस ली। वे किडनी में संक्रमण, छाती में संकुचन और पेशाब संबंधी परेशानी से जूझ रहे थे। अटल बिहारी वाजपेयी 2009 से ह्वील चेयर पर थे और डिमेंशिया रोग से पीड़ित थे।

शत्रुघ्न सिन्हा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि अटल जी एक युगपुरुष थे जिनके जाने से एक युग का अंत हो गया। उन्होंने कहा कि वाजपेयी एक स्टेट्समैन और बहुत अच्छे वक्ता थे। अटल जी को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां क्लिक करें सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी भाजपा से सबसे कद्दावर नेता थे। जिनके व्यक्तित्व को किसी पार्टी के दायरे में बांधकर नहीं रखा जा सकता। वे सर्वदल और सर्वजन प्रिय थे।

उन्होने कहा कि वाजपेयी का व्यक्तित्व महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसा था। वाजपेयी के राजनीतिक संदेश का उल्लेख करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उन्होने राष्ट्र पथ पर राजधर्म के साथ चलना सिखाया।

वे कठोर से कठोर फैसला मुस्कुराते-मुस्कुराते हुए ले लिया करते थे। चाहे वह पोखरण में परमाणु परीक्षण हो या फिर अपने किसी मंत्री को किसी कारणवश सरकार से बाहर निकालने का मामला है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि फिलहाल वे केरल के त्रिवेंद्रम में है और वहां आई बाढ़ की वजह से फंसे हुए है।