सदर बी जे पी राजनाथ सिंह ने आज पार्टी के सीनियर लीडर एल के अडवानी से मुलाक़ात की ताकि चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी को पार्टी के विज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार की हैसियत से नामज़द करने की कोशिश को तक़वियत दी जा सके। आइन्दा आम इंतिख़ाबात से क़ब्ल मोदी को वज़ीर-ए-आज़म का उम्मीदवार बनाना है लेकिन अडवानी ने हनूज़ मोदी की उम्मीदवारी की मुख़ालिफ़त की है।
सदर बी जे पी ने अडवानी की रिहायशगाह पर 30 मिनट तक मुलाक़ात की। इस मसले पर पारलीमानी पार्टी सरबराह ने शदीद मुख़ालिफ़त की है। ज़राए ने बताया कि मोदी के नाम पर ग़ौर करने के लिए बी जे पी पारलीमानी बोर्ड इजलास 13 सितंबर को मुनाक़िद होने वाला था, लेकिन ये इजलास अब मुनाक़िद नहीं हो सकेगा। इस इजलास में विज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया जाने वाला था और इस इजलास में अडवानी की शिरकत भी ग़ैर मुतवक़्क़े थी। बी जे पी तर्जुमान सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पारलीमानी बोर्ड इजलास तलब करने का फ़ैसला नहीं किया गया है। इसी दौरान राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ (आर एस एस) ने मोदी के नाम का ऐलान करने के लिए बी जे पी पर दबाव डाला है।
बी जे पी की क़ियादत चाहती है कि अडवानी ही मोदी को नामज़द करें, लेकिन पार्टी के सीनीयर लीडर ने इस पर इत्तिफ़ाक़ नहीं किया है। अडवानी चाहते हैं कि मोदी के नाम का ऐलान दिल्ली, राजिस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 2013 के अवाख़िर में मुनाक़िदा असेंबली इंतिख़ाबात तक रोक दिया जाये। लोकसभा में अपोज़िशन लीडर सुषमा स्वराज और दीगर सीनियर क़ाइद मुरली मनोहर जोशी ने भी नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी की मुख़ालिफ़त की है। अडवानी को मोदी के हक़ में राज़ी कराने के लिए राजनाथ सिंह शिद्दत से कोशिश कररहे हैं, लेकिन अडवानी टस से मस नहीं हुए। बी जे पी के साबिक़ सदर नितिन गडकरी ने भी आर एस एस के ख़ुसूसी क़ासिद के तौर पर कल अडवानी से मुलाक़ात की थी, लेकिन वो भी नागपुर के लिए रवाना होगए।
आर एस एस सरबराह मोहन भागवत ने गुज़िशता माह इस मसले पर बातचीत करने के लिए एल के अडवानी और सुषमा स्वराज से इशाईया पर मुलाक़ात की थी।