अफगानिस्तान से भी अमेरिकी फौजों की होगी वापसी, लग सकते हैं वक्त!

तालिबान के साथ एक संभावित समझौते के तहत पेंटागन की ओर से पेश योजना के अनुसार पांच साल में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो सकती है। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने यह खबर दी है।

अमेरिकी सैनिकों की संभावित वापसी और अफगानिस्तान को आतंकवादियों की पनाहगाह बनने से रोकने के लिए ‘मसौदा प्रारूप’ के साथ उच्च स्तरीय वार्ता खत्म होने के बाद समझौते में प्रगति होने की उम्मीद है।

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में गुरुवार को छपी एक रिपोर्ट में कहा गया कि शांति वार्ता के तहत पेंटागन की नयी योजना के अनुसार अगले तीन से पांच साल में अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी होगी।

इसी के साथ काबुल में सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त होगा जो तालिबान के साथ सत्ता को साझा करेगी। पेंटागन अमेरिकी रक्षा विभाग का मुख्यालय है।

ज़ी न्यूज़ के अनुसार, अखबार ने कहा है कि कुछ अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों ने योजना के पहलुओं का जिक्र किया है। इसके अनुसार आगामी महीने में अमेरिकी सैनिकों की संख्या आधी रह जाएगी और अमेरिकी अभियान का मुख्य फोकस आतंक रोधी अभियान पर रहेगा।

अफगानिस्तान में करीब 14,000 अमेरिकी सैनिक हैं जो आतंक रोधी अभियानों पर नजर रखने के साथ ही अफगान बलों को प्रशिक्षण और अन्य मदद मुहैया करा रहे हैं।

तालिबान ने न्यूयॉर्क टाइम्स के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वे महीने तक चले कूटनीतिक कवायद के दौरान ऐसे किसी प्रस्ताव को लेकर अंजान है।

यह खबर ऐसे समय आई है जब अमेरिका और तालिबान के बीच दोहा में शांति वार्ता कुछ समय के लिए रुक गई है। बातचीत के अगले कुछ दिनों में शुरू होने की उम्मीद है।

तालिबान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ‘अंतरिम सरकार और चुनाव के संबंध में बैठक में कोई बातचीत नहीं हुई। न ही अमेरिका के अफगानिस्तान में अगले चार से पांच साल तक रुकने को लेकर कोई वार्ता हुई।